‘शक्ति चेतना जनजागरण शिविर’ समग्र समाज को नशे-मांसाहार से मुक्त चरित्रवान्, चेतनावान्, परोपकारी व पुरुषार्थी बनाने का माध्यम है। जब लोग पूर्ण नशामुक्त होंगे, मांसाहारमुक्त होंगे, चरित्रवान् होंगे, चेतनावान् होंगे, पुरुषार्थी होंगे, परोपकारी होंगे, तभी ऋषियों की पावन भारतभूमि अपने सनातनधर्म के पूर्णस्वरूप को प्राप्त कर सकेगी। ऋषिवर सद्गुरुदेव परमहंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज के द्वारा एक के बाद एक किये गए शक्ति चेतना जनजागरण शिविरों और नशामुक्ति जनाजगरण सद्भावना यात्राओं के सुयोग का ही प्रतिफल है कि हमारे भारत देश में चहुंओर परिवर्तन की लहर चल चुकी है। शिविरों के क्रम में दिनांक 10-11 फरवरी 2024 को बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में 128वें शक्ति चेतना जनजागरण शिविर का विशाल कार्यक्रम सम्पन्न किया गया। ऋषिवर का कथन है कि ”यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक कि सम्पूर्ण समाज आत्मिकचेतना से परिपूर्ण नहीं होजाता तथा अनीति-अन्याय-अधर्म, भ्रष्टाचार, अत्याचार व व्याप्त व्यभिचार, समूलरूप से नष्ट नहीं होजाते।