संकल्प शक्ति। छत्तीसगढ़ के जि़ला-बलौदा बाज़ार मुख्यालय में दिनांक 27 अगस्त 2023 को भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने विशाल रैली निकाली और इस रैली में हज़ारों की संख्या में जि़लेवासियों ने सम्मिलित होकर पार्टी की विचारधारा पर अपनी प्रतिबद्धता जताई। यह विशाल रैली नगरभ्रमण करने के पश्चात् वापस दशहरा मैदान पहुँचकर आमसभा में परिवर्तित हो गई।
आमसभा के मंच पर उपस्थित भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों का स्वागत-वन्दन-अभिनन्दन करते हुए पार्टी के जि़लाध्यक्ष दशरथ जायसवाल जी ने कहा कि ”आज हमें अवसर मिला है कि छत्तीसगढ़ में परिवर्तन लाएं। ऐसा परिवर्तन कि पूरा छत्तीसगढ़ प्रदेश नशामुक्त होकर जन-जन को समृद्धि से परिपूर्ण करे। आज हम संकल्प कर रहे हैं कि जब तक छत्तीसगढ़ पूरी तरह नशामुक्त नहीं होगा, तब तक हम शान्ति से नहीं बैठेंगे।ÓÓ
पार्टी के किसान मोर्चा के प्रान्तीय अध्यक्ष युवराज साहू जी ने कहा कि ”छत्तीसगढ़ में भाजपा ने शासन किया और वर्तमान में कांग्रेस पार्टी शासन कर रही है, लेकिन इन्होंने समाज को क्या दिया? सभी देख रहे हैं कि विकास के नाम पर प्रदेशवासियों को नशा पिलाने और बरबाद करने का कार्य इन पार्टियों के द्वारा किया गया है। नशा पिला-पिलाकरके पूरे समाज को खोखला कर दिया गया है। जबकि, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी ‘नशामुक्त छत्तीसगढ़, खुशहाल छत्तीसगढ़Ó बनाने का संकल्प लेकर प्रदेश में कार्य कर रही है।ÓÓ
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सिद्धाश्रमरत्न आशीष शुक्ला (राजू भइया) जी ने अपनी चिरपरिचित मुस्कान के साथ कहा कि ”बलौदा बाज़ार में भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध एक आवाज़ उठ रही है और यह आवाज़ निश्चित रूप से आने वाले कुछ दिनों में ही बहुत बड़े परिवर्तन का गवाह बनने वाली है। आप जरा सोचिए कि मुट्ठीभर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने आवाज़ बुलन्द की थी और देश की स्वतंत्रता के लिए अपने $कदम बढ़ा दिए थे, जिसका परिणाम यह रहा कि अंग्रेज़ों को भारत छोड़कर जाना पड़ा। आज जब भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के हज़ारों शक्तिसाधकों ने आवाज़ बुलन्द की है, तो विश्वास मानिए कि छत्तीसगढ़ में परिवर्तन सुनिश्चित है।
फिर से चुनाव आ गए हैं और फिर से आपको मूूर्ख बनाने की रणनीति बनाई जा रही है। वर्तमान सरकार फिर से अपना घोषणापत्र तैयार कर रही है कि ऐसी कौन-कौन सी योजनाएं रखी जाएं, जिससे जनता भ्रमित होकर पुन: उन्हें पाँच साल के लिए राजगद्दी सौंप दे। भाईयों-बहनों, जरा सोचिए कि जो सरकार अपने आपको भरोसे की सरकार कहती है, क्या बीते पाँच वर्षों में आपकी 20 प्रतिशत समस्याओं का भी निदान कर सकी है? विचार करेंगे, तो उत्तर पायेंगे कि नहीं! यह सरकार आपकी हितैषी नहीं, बल्कि शराबमा$िफयाओं, कोयलामा$िफयाओं और खनिजमा$िफयाओं की संरक्षक बनी हुई है। आपको जागना ही होगा, अन्यथा ये भ्रष्ट राजनेता शोषण करते ही रहेंगे।ÓÓ
भारतीय शक्ति चेतना पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष शक्तिस्वरूपा बहन सिद्धाश्रमरत्न संध्या शुक्ला जी ने प्रभावशाली शब्दों में कहा कि ”बचपन में हमने एक गीत सुना था, ‘ज्योति से ज्योति जलाते चलोÓ तो सोचा करते थे कि इसका अर्थ क्या है? लेकिन, जब कुछ लोग सद्गुरुदेव श्री शक्तिपुत्र जी महाराज की विचारधारा से जुड़े, तो धीरे-धीरे वह विचारधारा करोड़ों लोगों में बदल गई, तब समझ में आया कि ज्योति से ज्योति जलाना किसे कहते हैं? हमें अब यह प्रयास करना है कि वह ज्योति इतनी प्रकाशित हो कि भारत देश पुन: विश्वगुरु बन जाए।
बलौदा बाज़ार की जनता ज़ागरूक है और अपने अधिकारों के लिए आवाज़ उठाना जानती है। आज यहाँ की सड़कों पर पार्टी की जो रैली निकाली गई, उसमें यहाँ के लोगों का जो सहयोग प्राप्त हुआ, जिस प्रकार से इस जि़ले के लोग सड़कों पर उतर करके साथ में चलते रहे, तो विश्वास हो गया है कि आज छत्तीसगढ़ की राजनीति परिवर्तन की मांग कर रही है। आज़ादी के बाद जो पार्टियाँ राजगद्दी पर आसीन हुईं, बातें तो बहुत बड़ी-बड़ी की गईं, लेकिन आज़ादी के 76 सालों में हम केवल बातें ही तो सुनते चले आए हैं। भारतीय राजनीति में कांग्रेस और भाजपा ने बदल-बदलकर शासन किये, देशवासियों को बड़े-बड़े सपने दिखाए गए, किसी ने $गरीबी हटाने का सपना दिखाया, तो किसी ने शाइनिंग इंडिया का, तो किसी ने अच्छे दिनों का, तो किसी ने समृद्ध भारत का सपना दिखाया, लेकिन देश की जनता आज भी रोटी, कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही है। जो स्थिति 76 साल पहले थी, वही आज है। आमजनता जो संघर्ष पहले कर रही थी, वही संघर्ष उसे आज भी करना पड़ रहा है। यदि इन्होंने वास्तव में ईमानदारी से कार्य किया होता, तो हर पाँच वर्ष में इन्हें नई-नई घोषणाएं करने की आवश्यकता न पड़ती। आपका हृदय जानता है कि बड़ी-बड़ी योजनाएं तो लाई जाती हैं, लेकिन उनका ज़मीनीस्तर पर क्रियान्वयन नहीं होता, बल्कि इन योजनाओं की आड़ में बड़े-बड़े भ्रष्टाचार, बड़े-बड़े घोटाले होते हैं।
आपके छत्तीसगढ़ में भी बड़े-बड़े घोटाले हुए हैं। राजनेताओं ने राजनीति को लूट का माध्यम बना लिया है कि जनता को कुछ रेवडिय़ां बांट दो और फिर पाँच साल के लिए सत्ता हथियाकर अपनी तिजोडिय़ाँ भरते रहो। यदि हो रही लूट से, हो रहे शोषण से बचना चाहते हो और छत्तीसगढ़ का विकास चाहते हो, तो विकल्प के रूप में आपको भारतीय शक्ति चेतना पार्टी मिली है। छत्तीसगढ़ में प्रचुरमात्रा में प्राकृतिकसम्पदा है, इसके बाद भी प्रदेश का विकास नहीं किया जा सका। सबकुछ भ्रष्ट राजनेताओं ने बरबाद करके रख दिया है। कोयला घोटाला, शराब घोटाला, भूमि घोटाला और न जाने कितने घोटालों के बाद भी इनका पेट नहीं भरा, तो जनता का हक छीनने में भी इनके $कदम नहीं लडख़ड़ाये! मैं आप लोगों को विश्वास दिलाती हूँ कि भारतीय शक्ति चेतना पार्टी इन भ्रष्ट राजनेताओं की जड़ों को उखाड़कर रहेगी, लेकिन आप लोगों का भी यह निश्चय होना चाहिए कि अब कथित भ्रष्ट पार्टियों को, भ्रष्ट राजनेताओं को सत्ता नहीं सांैपेंगे।
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सिद्धाश्रमरत्न सौरभ द्विवेदी जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि ”बड़े ही गर्व का विषय है कि प्राचीनकाल में जिस भारतीय राजव्यवस्था का उल्लेख हमारे धर्मशास्त्रों में मिलता है कि भारत देश की राजनीति कैसी होनी चाहिए? सद्गुरुदेव श्री शक्तिपुत्र जी महाराज के आशीर्वाद से भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के द्वारा उसी अनुरूप प्रयास किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश बने 23 वर्ष हो गए, पहले यह प्रदेश मध्यप्रदेश का हिस्सा था। अलग प्रदेश इसलिए बनाया गया कि विकासकार्य करने में आसानी होगी। लेकिन, विकास के नाम पर लूट मची हुई है, घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं। भारतीय शक्ति चेतना पार्टी एक ओर नशामुक्ति अभियान चला रही है, तो दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी की सभाओं में जाकर देखो, वहाँ लोग शराब के नशे में मिलेंगे।
हमारी पार्टी के द्वारा नशामुक्ति के लिए आवाज़ उठाई जा रही है और छत्तीसगढ़ में देखा जा रहा है कि सरकारी गाडिय़ों में गांव-गांव शराब पहुँचाई जाती है। किसानों का हाल देखिये कि उनका कितना शोषण हो रहा है? किसान दिन-रात परिश्रम करके अन्न उपजाते हैं, जिससे लोगों का पेट भरता है, तो क्या उन्हें कृषिसंबंधी सम्पूर्ण सुविधाएं नि:शुल्क नहीं मिलनी चाहिए?
भाईयों-बहनों, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी वह हीरा है, जिसकी चमक बढ़ती ही जा रही है। अरे, हम सद्गुरुदेव श्री शक्तिपुत्र जी महाराज के चेतनाअंश हैं, युगपरिवर्तन की राह पर चल पड़े हैं और परिवर्तन करके रहेंगे। पार्टी के कार्यकर्ताओं मेें तप, त्याग, पुरुषार्थ, परोपकार की भावना कूट-कूटकर भरी हुई है और वे समाजिक उत्थान के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।
भारत माता की जयघोष के साथ सभा का समापन किया गया।