Sunday, November 24, 2024
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मानवजीवन की अनमोल निधि हैं परोपकार और पुरुषार्थ : अजय अवस्थी

संकल्प शक्ति, देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड को शत-शत नमन करते हुए भगवती मानव कल्याण संगठन के केन्द्रीय महासचिव सिद्धाश्रमरत्न अजय अवस्थी जी ने कहा कि आयोजित इस दिव्य अनुष्ठान में विभिन्न क्षेत्रों के लोगों का यह संगम अपने धर्म के प्रति अपूर्व आस्था को दर्शाता है। माता भगवती आदिशक्ति जगत् जननी जगदम्बा और सद्गुरुदेव परमहंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज के चरणों में मेरी यही प्रार्थना है कि यह आनन्दमय क्षण उत्तराखंड के लोगों को हमेशा प्राप्त होता रहे।

दिनांक 24-25 जून 2023 को प्राचीन शिव मंदिर, समारोह हॉल, 135 धर्मपुर चौक, जि़ला-देहरादून में आयोजित 24 घंटे के श्री दुर्गाचालीसा पाठ कार्यक्रम में उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए अजय अवस्थी जी ने आगे कहा कि ”अपनी वाणी  को हमेशा संतुलित और मृदुल बनाए रखें तथा व्यवहार में शालीनता हो, तो बिगड़े काम भी सहज ही बन जाते हैं। इतना ही नहीं बुजुर्गों का सम्मान करना बिल्कुल न भूलें, बल्कि यह आपकी आदत में होना चाहिए, क्योंकि उनके आशीर्वाद के बिना आप किसी भी क्षेत्र में सफलता अर्जित नहीं कर सकते। लेकिन, आज क्या हो रहा है? चाहे बच्चे हों या युवापीढ़ी अपने माता-पिता तक का सम्मान करना नहीं जानते। इसलिए कि उनके माता-पिता ने उन्हें अच्छे संस्कार दिए ही नहीं होंगे। बच्चे तो उसी रास्ते पर चलेंगे, जिस रास्ते पर माता-पिता चलते हैं। अत: जब भी आप माता भगवती के चरणों के पास बैठें, तो मन ही मन प्राथना करें कि हे माँ मुझसे कभी कोई $गल्ती न होने पाए, इतनी सद्बुद्धि अवश्य देना।

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भाइयों और बहनों, यदि आपके अन्दर सेवाभाव आ जाए, आपके अन्दर पुरुषार्थ का भाव आ जाए, तो समझिए आपके अन्दर अध्यात्मिक गुण आ गए हैं। परोपकार और पुरुषार्थ मानवजीवन की अनमोल निधि हैं। अपने धर्म को पूर्णता से मानें और दूसरे के धर्मों का सम्मान करें। राष्ट्ररक्षा के लिए कार्य करें तथा मानवता की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहें। परम पूज्य सद्गुरुदेव श्री शक्तिपुत्र जी महाराज हमें इसी मार्ग पर आगे बढ़ा रहे हैं, जिससे हमारे बच्चे भी हमारे पदचिन्हों पर चलते हुए धर्मवान और कर्मवान बनें।

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