हैदराबाद। नशे-मांसाहार से मुक्त चरित्रवान् समाज के निर्माण के लिए देशस्तर पर चल रहे जनजागरण के क्रम में दिनांक 20-21 जनवरी को न्यू दुर्गाकॉलोनी, मेलार देवपली, कांटेदान, हैदराबाद, तेलंगाना में 24 घंटे का श्री दुर्गाचालीसा अखण्ड पाठ भगवती मानव कल्याण संगठन एवं पंचज्योति शक्तितीर्थ सिद्धाश्रम ट्रस्ट के संयुक्त तत्त्वावधान में सम्पन्न किया गया।
समापन बेला पर संगठन के केन्द्रीय महासचिव सिद्धाश्रमरत्न अजय अवस्थी जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि ”आत्मा की अमरता और कर्म की प्रधानता एक धु्रवसत्य है। यदि इस सत्य को सभी लोग स्वीकार कर लें, तो जो चारोंओर भय का वातावरण है, उसे समाप्त होने में देरी नहीं लगेगी। जब आत्मा अजर-अमर-अविनाशी है, तो फिर भय कैसा और किस बात का भय? इसी तरह यह कर्मप्रधान सृष्टि है और जो जैसा कर्म करेगा, उसी के अनुरूप उसे फल प्राप्त होगा। यदि कोई गलत कार्य करेगा, तो उसे दण्ड भोगना ही पड़ेगा। अत: नशे-मांसाहार से मुक्त चरित्रवान्, चेतनावान्, पुरुषार्थी और परोपकारी जीवन जिएं।
भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में, जो नशे से ग्रसित हैं और नशे को छोडऩा चाहते हैं, तो पंचयोति शक्तितीर्थ सिद्धाश्रम आएं और सद्गुरुदेव श्री शक्तिपुत्र जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त करें। यहाँ आने वाले 100 में से 99 व्यक्ति नशा छोड़कर जाते हैं। यहाँ कोई पर्ची नहीं कटती और न ही किसी कार्य के लिए कोई शुल्क लिया जाता है। सिद्धाश्रम में रहने व भोजन तक की व्यवस्थाएं नि:शुल्क हैं। यदि आप नशे से ग्रासित हैं और नशा छोडऩे की थोड़ी भी इ’छा मन में है, तो सिद्धाश्रम आएं, निश्चित ही आपका नशा छूट जायेगा।
उद्बोधनक्रम के पश्चात् सभी भक्तों ने शक्तिजल और प्रसाद प्राप्त करके जीवन को कृतार्थ किया।