नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर की हवा जिस तेजी से दमघोंटू ज़हरीली हवा में बदल रही है, उनमें आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर के लोगों का श्वास लेना मुश्किल हो जायेगा। लोगों को आंतरिक प्रदूषण के साथ ही हरियाणा और पंजाब में जल रही पराली के ज़हरीले धुएं का सामना भी करना पड़ सकता है। जो न सिर्फ लोगों की सांसें फुलाएगा, बल्कि बुजुर्गों और बच्चों के लिए जानलेवा भी हो सकता है।
फिलहाल जो संकेत मिल रहे है उनमें दिल्ली-एनसीआर के लोगों की यह दिक्कतें 20 नवंबर तक ख़्ातरनाक स्थिति में आ सकती है। पराली की ज़हरीली हवाओं ने दिल्ली-एनसीआर में दस्तक देना शुरू कर दिया है। दिल्ली-एनसीआर पर आने वाले इस ख़्ातरे के संकेत सफर इंडिया की रिपोर्ट से मिल रहा है, जिसके तहत पराली जलने की घटनाएं सात अक्टूबर से ही शुरू हो गई हंै।
वायु गुणवत्ता के लिहाज से अक्टूबर से $फरवरी तक समय वैसे भी दिल्ली-एनसीआर के लिए काफी खराब रहता है, क्योंकि इस दौरान यहां कम दबाव का क्षेत्र बन जाता है। जिसमें वायु प्रदूषण के कण ऊपर उठने की बजाय स्माग बनकर ज़मीन की सतह से नज़दीक ही छाए रहते है।