नई्र दिल्ली, मास्को। गुरुवार को पुतिन ने मॉस्को में ट्रेड और इंडस्ट्री से जुड़े एक अहम प्रोग्राम में शिरकत की थी। इस दौरान भाषण में मोदी को उन्होंने खास दोस्त बताया था। पुतिन ने कहा था- मोदी न सिर्फ अहम शख्सियत हैं, बल्कि मेरे खास दोस्त भी हैं। आप उनका ‘मेक इन इंडिया’ प्रोग्राम देखिए। ये कुछ साल पहले शुरू किया गया था। दुनिया को तमाम बड़ी कंपनियों को इन्वेस्टमेंट का न्योता दिया था। आज इंडिया की इकोनॉमी पर इसकी कामयाबी का असर साफ नजर आता है।
कुछ दिन पहले ही भारत में रूस के एम्बेसेडर डेनिस एलिपोव ने अहम बयान दिया था। डेनिस ने कहा था- भारत और रूस के बीच स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप है। ये बताती है कि हमारे रिश्ते कितने मज़बूत हैं। आज रूस को हर लेवल पर घेरने और बदनाम करने की साजिश हो रही है। भारत से उसके रिश्ते खराब करने की साजिश रची जा रही है।
डेनिस के मुताबिक- 2014 में जब मोदी सत्ता में आए तो उन्होंने देश की इकोनॉमी को मजबूत बनाने के लिए मेक इन इंडिया इनिशिएटिव लिया। इसमें 25 इंडस्ट्रियल सेक्टर्स को शामिल किया गया था। आज भारत हर लिहाज से और हर सेक्टर में कितना ताकतवर हो रहा है, ये दुनिया के लिए मिसाल है।
एशिया में रूस के तेल का एक्सपोर्ट ज्यादा
रूस अपना क्रूड ऑयल एशियाई देशों में सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट करता है। चीन और भारत सबसे बड़े खरीदार हैं। 16 महीने से रूस-यूक्रेन जंग जारी है। पश्चिमी देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। रूस ने इकोनॉमी बचाने के लिए बेहद कम दाम पर तेल एक्सपोर्ट किया है।
भारत ने इसका फायदा उठाते हुए कई हजार करोड़ रुपए बचाए। खास बात यह है कि भारत रूस को पेमेंट डॉलर में नहीं, बल्कि रुपए में कर रहा है। रूसी तेल की खरीद में भारत की हिस्सेदारी 1 प्रतिशत से 12 प्रतिशत हो गई है।