मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान तेलंगाना के वोटों की रविवार को हुई गिनती हुई, जबकि मिजोरम के वोटों की गिनती सोमवार को हुई।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, मध्यप्रदेश में भाजपा ने कुल 230 सीटों में से 163 प्राप्त करके भारी बहुमत से विजयी हुई, जबकि कांग्रेस को 69 और अन्य को 15 सीटें मिलीं हैं।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम में रविवार को हुए वोटों की गिनती के दौरान सुबह 08 बजे से रुझानों में बढ़त लेने के साथ ही भाजपा ने देर शाम तक सरकार बनाने के लिए 116 सीटों के जादुई आंकड़े को पार करते हुए 163 सीटें जीत लीं। चुनाव में कांग्रेस को भारी हार का सामना करना पड़ा। पिछले चुनाव में कांग्रेस को 114 सीटें मिली थी। इसी के साथ भाजपा 2003 से लगातार (2020 को छोड़कर) पाँचवीं बार सत्ता में लौटी। प्रचंड जीत के दौर में भाजपा सरकार के 12 मंत्रियों को हार का मुंह देखना पड़ा। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी दतिया से हार गए हैं।
इस बार कुल 77.15 फीसदी हुए मतदान में महिलाओं ने 76.3 प्रतिशत वोटिंग की। यह 2018 में महिलाओं के वोटिंग प्रतिशत 74.3 से करीब दो फीसदी अधिक रहा। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि महिला वोट में $करीब 1.31 करोड़ तो लाड़ली बहना ही हैं।
छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के चुनाव परिणाम में भाजपा ने कुल 199 सीटों में से 54 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया, जबकि कांग्रेस 35 सीटों पर रह गई।
90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए सभी पार्टियों के कुल 1,181 उम्मीदवार एक-दूसरे के ख़्िाला$फ खड़े हुए। छत्तीसगढ़ में चुनाव की लड़ाई में प्रमुख दावेदार भाजपा, कांग्रेस, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जेसीसी) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) थे। अन्य क्षेत्रीय दल जैसे- गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी), हमार राज पार्टी (एचआरपी) और वामपंथी दल भी मैदान में थे।
राजस्थान: राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी और चेहरे के आगे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की गारंटी व घोषणाएं ना$काम साबित हुईं। भाजपा ने 199 में से 115 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया है, जबकि कांग्रेस को 69 सीटों पर ही सिमट गई। साथ ही भारतीय आदिवासी पार्टी ने तीन, बसपा ने दो और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने मात्र एक सीट जीती है। नौ सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दजऱ् की है।
तेलंगाना: कांग्रेस ने आख़्िारकार दक्षिण भारत के तेलंगाना राज्य में जीत हासिल कर ही ली। कांग्रेस ने आक्रमक प्रचार कर तेंलगाना राज्य बनने के बाद से सत्ता पर कायम केसीआर को लगातार तीसरी जीत से रोक दिया। कांग्रेस को 64 सीटें और बीआरएस को 39 सीटें मिलीं, जबकि भाजपा को 08 सीटों पर ही सन्तोष करना पड़ा।
मिजोरम: मिजोरम के 40 विधानसभा सीटों में से इस बार नई पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) 27 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) को 10, भाजपा को 02 और कांग्रेस के खाते में एक सीट आई हैं।
जेडपीएम की जीत पर पार्टी के नेता और मुख्यमंत्री पद के दावेदार लालदुहोमा ने कहा है कि मैं पार्टी की जीत से खुश हूं। मुझे इसी तरह के नतीजों की उम्मीद थी। जल्द ही राज्यपाल से मिलूंगा और शपथ ग्रहण इसी महीने होगा।