पंचमढ़ी मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जि़ले में स्थित एक पर्वतीय पर्यटक स्थल है। अपनी प्राकृतिक सुंदरता लिए हुए 1067 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह शहर सतपुड़ा की रानी के नाम से प्रसिद्ध है। यह पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व में आता है और मध्यप्रदेश के उच्चतम बिंदु, 1352 मीटर ऊँचाई पर स्थित है।
यहाँ घने जंगल, कलकल करते जलप्रपात और तालाब हैं। सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान का भाग होने के कारण यहाँ आसपास बहुत घने जंगल हैं। यहाँ के जंगलों में शेर, तेंदुआ, सांभर, चीतल, गौर, चिंकारा, भालू, भैंस तथा कई अन्य जंगली जानवर मिलते हैं। यहाँ की गुफाएँ पुरातात्विक महत्त्व की हैं, क्योंकि यहाँ गुफाओं में शैलचित्र भी मिले हैं।
सतपुड़ा पर्वत श्रेणी पर सुंदर पहाडिय़ों से घिरा पठार है। इस पठार का वनक्षेत्र सहित कुल क्षेत्र लगभग 60 वर्ग कि.मी. है। सामान्य मान्यता के अनुसार, पचमढ़ी नाम, पचमढ़ी या पांडवों की पाँच गुफा से व्युत्पन्न है, जिनके संबंध में माना जाता है कि, उन्होंने इस क्षेत्र में अपने अज्ञातवास का अधिकांश समय बिताया था।
जलवायु: पंचमढ़ी का ठंडा सुहावना मौसम इसकी सबसे बड़ी विशेषता है। सर्दियों के मौसम में यहाँ तापमान लगभग 4-5 डिग्री से.ग्रे. रहता है, लेकिन मई-जून के महीनों में जब म.प्र. के अन्य भागों में तापमान 45 डिग्री से.ग्रे. तक पहुँच जाता है, पचमढ़ी में 35 डिग्री से.ग्रे. से अधिक नहीं होता। इस कारण यहाँ गर्मियों में पर्यटकों की बहुत भीड़ होती है। सतपुड़ा के घने जंगलों से घिरा यह रमणीय स्थल इसके मौसम के कारण ही अपने आप में विशिष्ट बन गया है।
दर्शनीय स्थल: यहाँ महादेव, चौरागढ़ का मंदिर, रीछागढ़, डोरोथी डीप रॉक शेल्टर, जलावतरण, सुंदर कुंड, इरन ताल, धूपगढ़, सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान है । सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान 1981 में बनाया गया, जिसका क्षेत्रफल 524 वर्ग किलोमीटर है। यह प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहाँ रुकने के लिए उद्यान के निर्देशक से अनुमति लेना ज़रूरी है।
प्रियदर्शिनी प्वाइंट: यहाँ से सूर्यास्त का दृश्य बहुत ही लुभावना लगता है। तीन पहाड़ी शिखर बायीं तरफ चौरादेव, बीच में महादेव तथा दायीं ओर धूपगढ़ दिखाई देते हैं। इनमें धूपगढ़ सबसे ऊँची चोटी है।
रजत प्रपात: यह अप्सरा विहार से आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। 350 फुट की ऊँचाई से गिरता इसका जल इसका जल एकदम दूधिया चाँदी की तरह दिखाई पड़ता है।
बी फॉल: यह जमुना प्रपात के नाम से भी जाना जाता है। यह नगर से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पिकनिक मनाने के लिए यह एक आदर्श जगह है।
इनके अलावा भी पचमढ़ी में अनेक आकर्षक व रमणीक स्थल हैं। ग्रीष्मऋतु आते ही पर्यटक यहाँ पहुँचने लगे हैं, जो वहाँ के प्राकृतिक दृश्यों के साथ मंदिरों व अन्य दर्शनीयस्थलों का अवलोकर करके आनन्दित हो रहे हैं।