गुरुग्राम, हरियाणा। भगवती मानव कल्याण सगंठन एवं पंचज्योति शक्तितीर्थ सिद्धाश्रम ट्रस्ट के संयुक्त तत्त्वावधान में दिनांक 9-10 मार्च को गीता भवन, न्यू कॉलोनी, सेक्टर-7, गुरुग्राम (हरियाणा) में 24 घंटे का श्री दुर्गाचालीसा अखण्ड पाठ सम्पन्न किया गया।
इस अवसर पर संगठन के केंद्रीय महासचिव अजय अवस्थी जी ने कार्यक्रम में उपस्थित भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि ”ऋषियों की पुण्यधरा भारत देश में सनातनधर्म को विकासोन्मुख बनाने और मानवजीवन को दिव्यचेतना से परिपूर्ण करने के लिए सद्गुरुदेव श्री शक्तिपुत्र जी महाराज के द्वारा 23 जनवरी 1997 को शुभमुहूर्त में पंचज्योति शक्तितीर्थ सिद्धाश्रम की स्थापना की गई और वहाँ 15 अप्रैल 1997 से अनंतकाल के लिए श्री दुर्गाचालीसा का अखंड पाठ प्रारंभ कराया गया और यह क्रम 27 वर्षों से दिन-रात, 24 घंटे अनवरत जारी है।”
आपने कहा कि ”इस भौतिकतावादी युग में जब चारोंओर अनीति-अन्याय-अधर्म व्याप्त है, शीर्षसत्ता के साथ ही प्रदेश सरकारों ने शराब के कारोबार को राजस्व का मुख्य ज़रिया बना लिया है, जिसके चलते अपराध चरम पर है और मानवता चीख रही है। ऐसी विषम परिस्थिति में ऋषिवर सदगुरुदेव परमहंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज अपने तपबल, कर्म, वाणी व सहज-सरल धार्मिक नियमों से धर्मरक्षा, राष्ट्ररक्षा एवं मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए संकल्पबद्ध हैं और इस संकल्प को पूरा करने की दिशा में उनके एक लाख शिष्य, धर्मयोद्धा के रूप में सतत जनजागरण में लगे हुए हैं।”
उद्बोधनक्रम के पश्चात् इस दिव्य अनुष्ठान में हज़ारों की संख्या में उपस्थित भक्तों ने ‘माँ’-गुरुवर की दिव्यछवि के समक्ष नशे-मांसाहार से मुक्त चरित्रवान् जीवन जीने का संकल्प लिया। अंत में सभी ने शक्तिजल और प्रसाद ग्रहण करके जीवन को धन्य बनाया।