जबलपुर। सात लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए सेन्ट्रल जीएसटी के पाँचों रिश्वतखोर अधिकारियों को मंगलवार की शाम सीबीआई ने विशेष कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायायिक हिरासत में भेज दिया गया है। ये अधिकारी 13 जून को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किए गए थे।
ज्ञात हो कि सीजीएसटी के अधीक्षक कपिल कांबले और अधीक्षक सोमेन गोस्वामी समेत इंस्पेक्टर प्रदीप हजारी, विकास गुप्ता और वीरेंद्र जैन की 06 दिन की रिमांड मंगलवार को खत्म हुई। रिमांड खत्म होने पर पाँचों आरोपियों को सीबीआई के विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जहां से पांचों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
यह है मामला
राजस्थान के कारोबारी की दमोह नोहटा में पान मसाला व तम्बाकू प्रोडक्ट का कारखाना है। 18 मई को सीजीएसटी के अफसरों ने उसे सील कर दिया था। खोलने की अनुमति देने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। 25 लाख रुपए लेने के बाद भी 07 लाख रुपए के लिए अधिकारी अड़े थे। कारोबारी के मैनेजर की शिकायत पर सीबीआई ने 13 जून को सीजीएसटी दफ्तर में रिश्वत के रुपए के साथ रंगे हाथों पाँच अफसरों को गिरफ्तार किया था, जो 20 जून तक सीबीआई की रिमांड में थे। सीबीआई की टीम ने कांबले के रांझी स्थित घर से तीन लाख, प्रदीप हजारी के घर से 41 लाख और आफिस केबिन से 16 लाख 88 हजार, विकास गुप्ता के घर से 18 लाख 29 हजार, आफिस के केबिन से डेढ़ लाख और वीरेंद्र जैन के ऑफिस केबिन से दो लाख 60 हजार रुपए ज़ब्त किए थे।