नई दिल्ली। गीता प्रेस, हिंदू धर्म ग्रंथों को छापने वाला दुनिया का सबसे बड़ा पब्लिशिंग हाउस है। यह अब तक 41.7 करोड़ किताबें छाप चुका है। उसमें 16.21 करोड़ किताबें भागवत गीता की हैं। 11.73 करोड़ तुलसीदास की रामचरित मानस। 2.58 करोड़ पुराण और उपनिषद हैं।
जानकार सूत्रों के मुताबिक गीता प्रेस का 2022 में 100 करोड़ रुपए टर्नओवर रहा, जबकि 2016 में सिर्फ 39 करोड़ रुपए था। हर साल गीता प्रेस के टर्नओवर में बढ़ोतरी परिलक्षित है। तब भी गीता प्रेस का टर्नओवर बढ़ता रहा।
वेबसाइट के मुताबिक संस्था का उद्देश्य सनातन धर्म के मूल्यों का आम लोगों तक प्रचार-प्रसार करना है। गीता प्रेस को हाल ही में 2021 का गांधी शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। इसके बाद से यह प्रेस चर्चा में है।