योल, हिमांचल। एक ही छत के नीये 24 लोगों का संयुक्त परिवार रह रहा है और सभी एक साथ एक ही चूल्हे पर पका भोजन ग्रहण करते हैं और सभी फैसले परिवार के मुखिया लेते हैं। आज के समय में जब भाई-भाई का दुश्मन बना हुआ है, यह परिवारिक प्यार और एकता की अद्भुत मिसाल है।
ज्ञात हो कि धर्मशाला उपमंडल के तंगरोटी खास पंचायत के चार पीढिय़ों के परिवार की एकजुटता अनुकरणीय है। इतने बड़े परिवार में न कोई खटपट न कोई झंझट न कोई तकरार, यही है इस परिवार की दास्तान।
आप परिवार की परिभाषा पति-पत्नी तथा बच्चों तक ही रह गई है, तभी तो जहाँ एक तरफ पति-पत्नी के बीच तलाक के मामले बढ़ रहे हैं, वहीं वृद्धाश्रम की संख्या भी बढ़ रही है। यह हमारी सनातन संस्कृति के विपरीत है। हमारी संस्कृति में वसुधैव कुटुंबकम् की भावना को समाहित किया गया है। जिसका मूल अथे संयुक्त परिवार ही है।
तंगरोटी खास में पुन्नू राम का यह परिवार समाज को संयुक्त परिवार की एकता और समृद्धि का संदेश दे रहा है। हालांकि पुन्नू राम निधन करीब 16 साल पहले हो चुका है, लेकिन उनका परिवार एक साथ रहकर खुशी तथा गम बांट रहा है। अभी छह भाइयों का 24 सदस्यीय परिवार एक साथ गुज़र बसर कर रहा है।