शहडोल। अमलाई पुलिस ने बीते दिनों हुए लूट के 03 मामलों का खुलासा किया है। मंगलवार को पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, लूट के इन मामलों में फरार चल रहे 03 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन्होंने फरवरी व मार्च में 02 वारदातों को अंजाम दिया था। जिसके बाद से सभी आरोपी फरार हो गए थे। इन आरोपियों की पुलिस लगातार तलाश कर रही थी।
इसी बीच साइबर सेल की मदद से अमलाई थाना प्रभारी मोहम्मद समीर की टीम ने लूटे गए मोबाइल के जरिए, बलराम कुमार रैदस पिता शंकरलाल, उम्र 21 वर्ष, निवासी शंकरगढ़ को दबोचा। जिसने उक्त लुटे हुए मोबाइल को आशीष कुमार चौधरी पिता रमेशचंद्र चौधरी, उम्र 22, निवासी शंकरगढ़, मोती नगर वार्ड क्रमांक 07 से खरीदना बताया। दिनांक 6 अगस्त को दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और 7 अगस्त को न्यायालय में पेश कर आशीष को रिमांड में लिया गया व उससे पूछताछ की गई।
जिसमें आशीष ने अपने साथी बबलू सोनी उर्फ विनोद पिता कृपाशंकर सोनी, निवासी झिल्ली दफाई, धनपुरी व एक अन्य के साथ उपरोक्त सभी मामलों को अंजाम देना स्वीकार किया। जिसके बाद सोमवार 08 अगस्त को, पुलिस ने बबलू को बगईहा नाला के पास, देसी शराब दुकान के पीछे, लोड देशी कट्टे के साथ पकड़ा। जिसके विरुद्ध 25/27 आर्म्स एक्ट के तहत भी अपराध दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि, गिरफ्तार आरोपी बबलू सोनी व आशीष चौधरी और एक अन्य (जो अभी फरार है) गत वर्ष थाना बारा, जि़ला प्रयागराज, उत्तरप्रदेश में हत्या के प्रयास सहित लूट की घटना के मामले में 8 माह से नैनी जेल में बंद थे। जेल से छूटने के बाद सभी एक बार फिर लूट की घटनाओं को अंजाम देने के लिए सक्रिय हो गए थे।
बताया गया कि उपरोक्त लूट के मामलों को आरोपियों ने पहली घटना 23 फरवरी, दूसरी घटना 11 अप्रैल और तीसरी घटना 18 अप्रैल को अंजाम दिया और फरार होकर उत्तरप्रदेश के कई शहरों में छिपे रहे।
ये अमलाई थाना क्षेत्र के डीव्हीएम स्कूल के पीछे रात में राहगीरों को निशाना बनाते और उन्हें जानलेवा हथियारों को दिखाकर लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते थे। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 02 मोटरसाइकिल, 02 मोबाइल, 01 देशी कट्टा, 01 जिंदा कारतूस जब्त किया गया है। वहीं 01 आरोपी जो अभी फरार है, उसकी तलाश में पुलिस जुटी है।