कटनी। मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने कटनी जि़ले में स्थित भारत के भौगोलिक केन्द्र बिंदु करौंदी के पास 34.52 करोड़ की अनुमानित लागत से निर्मित 132 केवी ढ़ीमरखेडा-पनागर लाइन और 13 करोड़ 74 लाख की अनुमानित लागत से निर्मित 132 केवी ढ़ीमरखेडा सबस्टेशन को 50 एमवी ट्रांसफार्मर क्षमता के साथ ऊर्जीकृत करने में सफलता प्राप्त की है।
मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के कार्यपालन अभियंता इंजीनियर प्रमोद बहरे के अनुसार, जापान इंटरनेशनल कोआपरेशन एजेंसी द्वारा वित्त पोषित और मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी द्वारा निर्मित किए इस 132 केवी सबस्टेशन के निर्माण से ढीमरखेड़ा, मुरवारी, रमखिरिया, खिरहनी, मझगवां, पान उमरिया, दशरमन, सिलौडी क्षेत्र के करीब 30 हजार घरेलू और कृषि बिजली उपभोक्ताओं को फायदा पहुंचेगा। अब उन्हे गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति उचित वोल्टेज और न्यूनतम व्यवधान के साथ उपलब्ध रहेगी।
विद्युत सप्लाई के लिए 220 केवी उपकेंद्र पनागर से ढीमरखेड़ा मुरवारी के लिए 54 किलोमीटर लंबी 132 केवी की लाइन तैयार की गई है। अब उपभोक्ताओं को 132 केवी सबस्टेशन मनसकरा से 24 किलोमीटर की 33 केवी के लंबे फीडर के स्थान पर 4.5 किलोमीटर फीडर के माध्यम से व 132 केवी सबस्टेशन स्लीमनाबाद से 33 केवी के 30 किलोमीटर लंबे फीडर के स्थान पर 15 किलोमीटर फीडर से विद्युत आपूर्ति की जाएगी।
ढ़ीमरखेडा मुरवारी मध्यप्रदेश का 408वां अति उच्चदाब का सबस्टेशन है, मध्यप्रदेश में इस समय 400 केवी के 14 सबस्टेशन, 220 केवी के 86 सबस्टेशन और 132 केवी के 308 सबस्टेशन संचालित है।