काठमाण्डो। नेपाल की राजधानी काठमाण्डो के मेयर बालेंद्र शाह ने ग्रेटर नेपाल का एक मैप जारी किया ह, जिसमें हिमाचल के पश्चिमी कांगड़ा से लेकर पश्चिम बंगाल में पूर्वी तीस्ता के क्षेत्र को ग्रेटर नेपाल का हिस्सा बताया गया है। मेयर शाह ने भारत की नई संसद में लगे अखंड भारत के नक्शे के विरोध में ऐसा किया है। इस पर अभी नेपाल सरकार ने कोई बयान नहीं दिया है।
नेपाल की संसद में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस के महासचिव गगन थापा ने गुरुवार को कहा कि ग्रेटर नेपाल के नक्शे को ऑफिशियली पब्लिश करना चाहिए। अगर भारत ने कल्चरल मैप पब्लिश किया है, तो हमारे पास भी हक है कि हम ग्रेटर नेपाल का कल्चरल मैप पब्लिश करें। इसमें भारत को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
प्रचंड ने भारत का साथ दिया
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने अखंड भारत के नक्शे पर भारत का साथ दिया। थापा के बयान पर उन्होंने संसद में कहा कि मैंने भारत यात्रा के दौरान अखंड भारत के नक्शे का मुद्दा उठाया था। तब भारत ने मुझे बताया कि ये सिर्फ एक सांस्कृतिक मैप है, जो इतिहास दिखा रहा है। इसे राजनीतिक तौर पर न देखा जाए।
भारत ने जारी किया था मैप
गौरतलब है कि नवंबर 2019 में भारत ने नेपाल के विरोध को नज़रंदाज करते हुए एक मैप जारी किया था। इसमें तीनों विवादित क्षेत्र को देश का हिस्सा दिखाया गया था। इसके जवाब में नेपाल सरकार ने 2020 में विवादित क्षेत्र को अपना हिस्सा बताते हुए एक नया मैप जारी कर दिया था। इसके बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया था।