एसिडिटी की समस्या से लोग आए दिन परेशान रहते हैं। ज़्यादा तेल-मसाला या जंक फूड खाना, जल्दी-जल्दी खाना खाना और खराब जीवनशैली की वजह से एसिडिटी हो सकती है। इसके अलावा, जो लोग ज़्यादा चाय-कॉफी का सेवन करते हैं, उन्हें भी यह समस्या हो सकती है। एसिडिटी होने पर खाना खाते ही सीने में जलन, खट्टी डकार और पेट में गैस जैसी समस्याएं होने लगती हैं। अधिकतर लोग इस समस्या से राहत पाने के लिए दवाइयों का सेवन शुरू कर देते हैं। लेकिन इनका ज़्यादा सेवन भी शरीर के लिए नु$कसानदायक हो सकता है। ऐसे में आप एसिडिटी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए पुदीने की पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। जी हां, पेट के लिए पुदीने का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। पुदीने के पत्तियों में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, कैल्शियम, फॉस्फोरस और एंजाइम जैसे पोषकतत्त्व पाए जाते हैं। इनमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो पेट के संक्रमण से बचाव में मदद करते हैं। पुदीने की पत्तियों का सेवन करने से पेट को ठंडक मिलती है और सीने में जलन की समस्या कम होती है। लेकिन एसिडिटी होने पर पुदीना कैसे खाएं? यह जान लेना बहुत ज़रूरी है।
खाली पेट पुदीने की पत्तियां चबाएं
सुबह खाली पेट पुदीने की पत्तियां चबाने से कई फायदे मिलते हैं। पुदीने में मेंथॉल होता है, जो पेट को ठंडा रखता है। इसके अलावा, इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो पेट में संक्रामक बैक्टीरिया को रोकने में मदद करते हैं। इससे पेट में दर्द, एसिडिटी, गैस और अपच जैसी समस्याएं दूर होती हैं। इसके अलावा, ये ओरल हेल्थ के लिए भी काफी फायदेमंद होती हैं।
पुदीने की चाय
पुदीने की पत्तियों की चाय पीने से एसिडिटी की समस्या से जल्द राहत मिल सकती है। इससे शरीर का पीएच स्तर बैलेंस रहता है और मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है। इसके अलावा, ये खाना पचाने में मदद करती है। अगर आपको भी एसिडिटी की शिकायत है, तो सुबह दूध की चाय की जगह पुदीने की चाय का सेवन करें। इसके लिए एक गिलास पानी को गर्म करने के लिए गैस पर रख दें। फिर इसमें 4-5 पुदीने की पत्तियां डालकर उबाल लें। फिर छानकर इसका सेवन करें।
पुदीना छाछ
छाछ में पुदीने की पत्तियां डालकर पीने से एसिडिटी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। इससे आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ावा मिलता है और पाचनक्रिया बेहतर होती है। यह पेट को ठंडा करता है और भोजन पचाने में मदद करता है। पुदीने की पत्तियां डाइजेस्टिव एंजाइमों को बढ़ावा देती हैं, जिससे वजन घटाने में भी मदद मिलती है।