भिंड/मेहगांव। 73.51 लाख का एचआरए घोटाला करने वाले मेहगांव विकासखंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में पदस्थ कम्प्यूटर आपरेटर लिपिक के $िखला$फ मेहगांव थाना पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दजऱ् कर लिया है। आरोपी लिपिक ने न सिर्फ अपने बल्कि अपनी मां, चाचा के बेटे, फूफा के बेटे सहित करीब छह रिश्तेदारों के खाते में रुपये ट्रांसफर किए थे। मामला सामने आने के बाद जुलाई 2023 में मामले की जांच शुरू हुई थी।
जानकारी के अनुसार, सविंद्र प्रताप सिंह सहायक ग्रेड उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हरीक्षा गोरमी में पदस्थ है। कम्प्यूटर में दक्ष होने के चलते उन्हें मेहगांव विकासखंड अधिकारी कार्यालय में कम्प्यूटर आपरेटर की जि़म्मेदारी दी गई थी। वह कर्मचारियों के देयक संबंधी संपूर्ण कार्य करता था।
कार्य के दौरान सविंद्र प्रताप सिंह द्वारा कूटरचना कर खुद के बैंक खाते में कूटरचित रूप से 27 लाख 82 हज़ार 948 रुपये और अपनी मां व अन्य स्वजनों के विभिन्न खातों में 45 लाख 68 हज़ार 528 रुपये का भुगतान कर कुल रुपये 73 लाख 51 हज़ार 476 रुपये का गबन किया गया।
इस गबन के संदर्भ में जि़ला शिक्षा अधिकारी जि़ला भिंड के संदर्भित पत्र द्वारा सविंद्र प्रताप सिंह के ख़्िाला$फ एफआइआर दजऱ् कराने के लिए बीईओ मेहगांव को आदेश दिया गया। इसके बाद आरोपी के खिलाफ मेहगांव थाने में एफआइर दर्ज कराई गई।
जुलाई 2023 में सामने आया मामला
कम्प्यूटर आपरेटर सविंद्र प्रताप सिंह के द्वारा वर्ष 2019 से घोटाले को अंजाम दिया जाता है, जिसका खुलासा जुलाई 2023 को हुआ। जुलाई के माह में यह मामला भोपाल में ट्रेस हो गया। मामला सामने आने के बाद विभाग के द्वारा इसकी जांच की गई। जांच में सामने आया कि संबंधित लिपिक के द्वारा 73.51 लाख का घोटाला किया गया है।