इंदौर। सफाई के बाद अब कचरे से गैस बनाने के इंदौर मॉडल पर दिल्ली आईआईटी रिसर्च करेगा और पूरे रिसर्च का डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व पेट्रोलियम मंत्रालय के अनुसार, इंदौर में कचरे से बायो सीएनजी बनाने के मॉडल की जांच आईआईटी दिल्ली से कराएंगे। इसके लिए एक समिति गठित की जा रही है। इसे पूरे देश में लागू करेंगे।
देवगुराडिय़ा स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड पर 550 मीट्रिक टन का देश का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट है। इससे हर दिन 1750 किलो बायो सीएनजी बनाई जायेगी। अधिकारियों का दावा है कि इस प्लांट ने पूरी क्षमता के साथ काम करना शुरू भी कर दिया है। इस प्लांट के अलावा कबीटखेड़ी और चोइथराम मंडी में भी निगम के दो प्लांट हैं, जहां सीएनजी का उत्पादन किया जा रहा है। इस सीएनजी से निगम खुद की गाडिय़ां चला रहा है।