मुंबई। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार जाने के बाद भाजपा और शिवसेना में अब जुबानी जंग तेज हो गई है। इस बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे न कहा है कि मोदी युग अब खत्म हो गया है, ऐसे में भाजपा बालासाहब ठाकरे के नाम पर मराठी वोट पाना चाहती है। उन्होंने यह टिप्पणी महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के एक बयान पर की।
महाराष्ट्र के मौज़ूदा डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव के बयान से एक दिन पहले कहा था कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना (शिंदे गुट) और भाजपा गठबंधन सरकार पर बाला साहेब के सपने को पूरा करने की जि़म्मेदारी है। फडणवीस ने कहा था कि बाला साहेब के विचारों का पालन करने वाली असली शिवसेना का नेतृत्व एकनाथ शिंदे के हाथ में है। सूत्रों के अनुसार, यह सब बयानबाजी बीएमसी चुनावों के परिप्रेक्ष्य में हो रही है।
गौरतलब है कि बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) पर तीन दशकों से शिवसेना का कब्जा रहा है। 1996 तक बीएमसी में शिवसेना ने अपना गढ़ बना लिया था। वहीं 2017 में बीएमसी में शिवसेना ने 84 और बीजेपी ने 82 सीटों पर जीत दर्ज की थी। दोनों ने एक-दूसरे को कांटे की टक्कर दी थी। अब 2022 में होने वाले नगर निकाय चुनाव में मराठी वोटों को अपने पाले में करने की जुगत में शिवसेना और भाजपा लगी हुई है।