नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने शुक्रवार को मुख्यालय एकीकृत रक्षा स्टाफ के साथ ज्वाइंट हाइपरसोनिक व्हीकल का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया। इस परीक्षण के दौरान व्हीकल ने हाई क्वालिटी का प्रदर्शन किया और सभी ज़रूरी पैरामीटर भी हासिल कर लिए गए। इस सफल परीक्ष के बाद अब देश की रक्षा ताकत पहले से ज़्यादा मज़बूत हो जाएगी। ये परीक्षण खासतौर पर चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के लिए एक मज़बूत हथियार साबित होगा।
भारत को इस हाइपरसोनिक व्हीकल के सफल परीक्षण के बाद दुश्मनों पर हमला करने में और ज़्यादा आसानी होगी। यह हाइपरसोनिक व्हीकल अंतरिक्ष में तेजी से पहुंच, लंबी दूरी पर सैन्य प्रतिक्रिया और वाणिज्यिक हवाई यात्रा में सक्षम है। हाइपरसोनिक व्हीकल एक हवाई जहाज, अंतरिक्ष यान या मिसाइल तीनों ही प्रारूपों में हो सकता है। हाइपरसोनिक मौजूदा समय की सबसे लेटेस्ट तकनीक है। अमेरिका, चीन और भारत सहित कई देश हाइपरसोनिक हथियारों को अपने काफिले में बढ़ाने में लगे हुए हैं।