बेंगलुरू। कर्नाटक राज्य ठेकेदार संघ के अध्यक्ष और उनके चार सहयोगियों को अपराधिक मानहानि के एक मामले में शनिवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया।
गौरतलब है कि राज्य के बागवानी मंत्री मुनिरत्ना द्वारा ठेकेदार संघ के अध्यक्ष और उनके सहयोगियों के खिलाफ दायर एक अपराधिक मानहानि मामले के संबंध में अदालत में पेश नहीं होने के लिए एक अदालत द्वारा गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी करने के बाद वैयालीकावल पुलिस ने डी केम्पन्ना को हिरासत में लिया।
डीसीपी (सेंट्रल) आर श्रीनिवास गौड़ा ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में केएससीए के उपाध्यक्ष वी कृष्ण रेड्डी, गुरुसिद्दप्पा और नटराजू शामिल हैं। पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए एक अन्य संदिग्ध अंबिकापति के पास भी पहुंची लेकिन वहां पता चला कि वह अस्पताल में भर्ती है।
मुनिरत्ना, जो कोलार जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं, ने केएससी और एसोसिएशन के 18 सदस्यों के खिलाफ घूस घोटाले में उनका नाम घसीटने और ठेकेदारों से रिश्वत लेने का आरोप लगाने के लिए मानहानि का मुकदमा दायर किया है। केम्पन्ना ने कुछ महीने पहले हंगामा खड़ा कर दिया था जब उन्होंने कुछ मंत्रियों पर राज्य में सार्वजनिक कार्यों पर 40 प्रतिशत कमीशन की मांग करने का आरोप लगाया था।
8वें अतिरिक्त सिटी मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने 23 नवंबर को मुनिरत्ना की याचिका के आधार पर मामला दर्ज किया और सुनवाई 22 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई थी, लेकिन केम्पन्ना सहित सभी प्रतिवादी अनुपस्थित थे। लिहाजा कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर सुनवाई टाल दी।