शरीफा या सीताफल एक बहुत ही मीठा फल होता है, अत: इसे शुगर के मरीज को नहीं खाना चाहिए। सीताफल की तासीर ठंडी होती है। इसमें कैल्शियम और फाइबर जैसे न्यूट्रिएंट्स की मात्रा अधिक होती है, जो आर्थराइटिस और कब्ज जैसी हेल्थ प्रॉब्लम से बचाने में मदद करता है। साथ ही इसके पेड़ की छाल में टैनिन होता है, जिसका इस्तेमाल दवाइयां बनाने में होता है। इस पेड़ के पत्तों से कैंसर और ट्यूमर जैसी बीमारियों का इलाज किया जाता है। सीताफल का ज़यादा उपयोग करने से यह मोटापे को बढ़ावा देता है। सीताफल को सर्दी जुखाम में नहीं खाना चाहिए तथा इसे सुबह सुबह खाली पेट न खाएं।
सीताफल खाने के निम्नांकित फायदे हैं
1. स्वस्थ वजन के लिए
अगर कोई अपने वजन से परेशान है, तो इस स्थिति में सीताफल मदद कर सकता है। दरअसल, कम वजन होने का एक कारण यह भी है कि शरीर को जितनी ऊर्जा प्राप्त होती है, उससे कहीं ज्यादा ऊर्जा खर्च होती है। वहीं, सीताफल को एक बेहतर ऊर्जा स्रोत वाले फल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, जो वजन बढ़ाने में मदद कर सकता है।
2. अस्थमा के लिए
अस्थमा ऐसी मेडिकल कंडीशन है, जो इन्फ्लेमेशन (फेफड़ों के रास्ते में सूजन) के कारण होती है। यहां सीताफल के प्रयोग से कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
3. हार्ट अटैक के ख़्ातरे को करे कम
हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए भी सीताफल का उपयोग किया जा सकता है। दरअसल, सीताफल में विटामिन-बी6 की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है।
4. पाचन स्वास्थ्य के लिए
अगर कोई पाचन प्रक्रिया को बेहतर रखना चाहता है, तो इस स्थिति में भी सीताफल काम आ सकता है।