बच्चों में कम उम्र में ही बाल सफेद होना एक आम समस्या होती जा रही है। शरीर में ज़रूरी पोषकतत्त्वों की कमी, प्रदूषण, गलत खान-पान, केमिकल वाले हेयर प्रोडक्ट्स का ज़्यादा इस्तेमाल जैसे कारणों से ग्रे हेयर की समस्या सबसे ज़्यादा बढ़ रही है। ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों के बचपन को खत्म करते सफेद बालों को छुपने के लिए ऐसे तरीकों की तलाश करते रहते हैं, जिससे उनके शरीर को नुकसान पहुंचाए बिना सफेद बालों की समस्या को कम किया जा सके।
आंवले का सेवन
आंवला एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर होता है, जो बालों का सफेद होना कम करने में मदद करता है। बच्चों को कच्चा आंवला खिला सकते हैं। पाउडर के रूप में आधा चम्मच घी के साथ। 5 से 10 मिली आंवला जूस गर्म पानी में मिलाकर पिलाएं।
तिल का सेवन
काले तिल बालों और स्किन पर मेलेनिन का उत्पादन करने के लिए मेलानोसाइट गतिविधि को बढ़ावा दे सकते हैं। खाना खाने के बाद दिन में 1 बार 1 चम्मच तिल खिलाएं। तिल के लड्डू के रूप में खिलाएं।
काली किशमिश
काली किशमिश आयरन का अच्छा स्रोत है, इसमें बड़ी मात्रा में मौजूद विटामिन सी मिनरल्स के तेजी से अवशोषण में मदद करता है और बालों को उचित पोषण देता है। काली किशमिश सफ़ेद बालों के झडऩे की समस्या को रोकने में मदद करता है और स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देता है। रोजाना सुबह 5 भीगी हुई काली किशमिश बच्चों को सुबह खाली पेट खिलाएं।
करी पत्ता
करी पत्ता विटामिन ए, बी, सी और बी12 से भरपूर होते हैं। यह पत्तियां आयरन और कैल्शियम का भी एक अच्छा स्रोत हैं। इसके सेवन से बालों का झडऩा कम होता है, सफ़ेद बालों की समस्या को बढऩे से रोका जा सकता है और बालों के विकास में सुधार होता है। 5 से 10 पत्तों को पानी में उबालकर करी पत्ते का पानी पिलाएं। आंवला-करी पत्ते की चटनी बनाकर खिलाएं।
देसी गाय का घी
देसी गाय का घी बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और बालों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए फायदेमंद होता है। बालों को सफेद होने और झडऩे से रोकने और बालों के विकास में सुधार के लिए गाय के घी का उपयोग एक अच्छा विकल्प है। बच्चे के खाने में रोजाना एक चम्मच घी मिलाएं।
कम उम्र में बच्चों के सफेद बालों की समस्या को बढऩे से रोकने के लिए इन 5 फूड्स को आप उनकी डाइट में शामिल कर सकते हैं। यह फूड्स सफेद बालों की समस्या दूर करने के साथ स्वास्थ्य को भी बेहतर रखने में मदद करेंगे।