Wednesday, November 27, 2024
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कर्मफल के दाता हैं शनिदेव

ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है, इस बार यह शुभ तिथि 19 मई 2023 को है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सूर्य भगवान् और देवी छाया के पुत्र शनिदेव का जन्म हुआ था। साथ ही यम और यमुना इनके भाई-बहन भी हैं। मान्यता है कि शनि जयंती के दिन न्याय के देवता शनिदेव की विधिवत पूजा-अर्चना करना बहुत कल्याणकारी माना जाता है। शनिदेव की कृपा से साढ़ेसाती, ढैय्या और शनि की महादशा के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिल जाती है। इस वर्ष शनि जयंती पर कई शुभ योग बन रहे हैं, जिससे इस दिन का महत्त्व और भी बढ़ जाता है, ऐसे में जिन जातकों पर शनि का प्रकोप चल रहा है, वे इस दिन शनिदेव की पूजा-अर्चना करके सुख-शान्ति प्राप्त कर सकते हैं।  

शनि जयंती का महत्त्व  

शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है और वह कर्म फल के दाता हैं, अर्थात् जो मनुष्य जैसा कर्म करता है, उसको शनिदेव वैसा ही फल देते हैं। शनिदेव का नवग्रहों में प्रमुख स्थान है और सभी ग्रहों में सबसे धीमी चाल चलने वाले ग्रह भी हैं। शनिदेव को न्यायधीश भी माना गया है। शनिदेव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए शनि जयंती का दिन सर्वोत्तम है। शनिदेव के आशीर्वाद से जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती है और आसपास सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है।

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