जम्मू। प्रधानमंत्री के कार्बन फ्री लद्दाख के सपने को आगे बढ़ाने के प्रयास में सेना भी जुटी है। चीन और पाकिस्तान से लगते अपने क्षेत्र की सुरक्षा करने के साथ भारतीय सेना शिविरों में ऊर्जा आवश्कताओं को पूरा करने के लिए सौर व पवन ऊर्जा पर काफी काम कर रही है।
सेना की फारेवर इन आपरेशन डिवीजन ने ग्रो ग्रीन के नारे के साथ ग्रीन एनर्जी हासिल करने के लिए जुलाई माह में कारगिल में आधुनिक सौर व पवन ऊर्जा आधारित हाइब्रिड पावर प्लांट स्थापित किया है। इससे सेना सौर व पवन ऊर्जा से अपने सैन्य प्रतिष्ठों को रोशन कर रही है। इससे पहले डीजल जेनसेट से ही अपने उपयोग की बिजली पैदा की जाती थी।
कारगिल जिले के अग्रिम इलाके में अत्याधुनिक सौर, पवन ऊर्जा हाइब्रिड पावर प्लांट से बिजली पैदा करने के लिए सोलर पैनल लगाने के साथ विंड टरबाइन भी लगाए गए हैं। दोनों स्रोतों से हासिल होने वाली बिजली कनवटर से होते हुए बैटरियों तक पहुंचती है। सौर ऊर्जा जहां सिर्फ दिन में ही पैदा होती है, वहीं हवा से छोटे विंड टरबाइन दिन-रात चलने से लगातार बिजली हासिल होती है।
पिछले तीन वर्षों में सेना ने लद्दाख में सौर ऊर्जा से अपनी जरूरतों को पूरा करने की दिशा में बहुत काम किया है। इस दौरान उच्च पर्वतीय इलाकों में सौर ऊर्जा से गर्म रहने वाले शेल्टर बनाने के साथ सैन्य प्रतिष्ठानों को रोशन करने व गर्म रखने की दिशा में भी बड़े पैमाने पर काम हो रहा है। कुछ साल पहले तक लद्दाख के दूरदाज इलाकों में सेना डीजल जेनसेट से बिजली पैदा कर अपनी जरूरत पूरा करती थ