रामगढ़। अनिल अग्रवाल फाउंडेशन ने अपने पशु कल्याण परियोजना ‘द एनिमल केयर आर्गेनाइजोशन के तहत राजस्थान स्थित रामगढ़ के विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघ की संख्या बढ़ाने के लिए एक साझेदारी की है। वन्य जीव संरक्षण के अंर्तगत टाको रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व को एक करोड़ रुपए की अनुदान राशि देगा। इस राशि का इस्तेमाल क्षेत्र में अवैध शिकार और उसे रोकने के लिए गश्त बढ़ाने के लिए किया जाएगा। टाको परियोजना के तहत दिए गए अवैध शिकार विरोधी शिविर सौर उर्जा से संचालित होगें। टाको इसके लिए दो गश्ती वाहन भी उपलब्ध कराएगा, जिससे वन्य जीव संरक्षण के लिए क्षेत्र का सघन मुआयना किया जा सके।
टाइगर रिजर्व जैव विविधता का खजाना
टाको की एंकर और वेदांता लिमिटेड की कार्यकारी निदेशक प्रिया अग्रवाल हेब्बार ने कहा है, रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व जैव विविधता का खजाना है और जीव-जंतुओं के शौकीनों के लिए स्वर्ग है। टाइगर रिजर्व की टाको के साथ इस साझेदारी से वन्य जीवों की सुरक्षा अधिक मज़बूत होगी। इसके साथ ही वन्य जीवों के लिए वन में रहने की परिस्थितियां अधिक अनुकूल बन सकेगी। रामगढ़ टाइगर रिजर्व को जैव विविधता का हॉटस्पॉट कहा जा सकता है, जिसमें बाघ, पैंथर, स्लॉथ भालू, जंगली बिल्ली, एशियाई वाइल्डकैट, पाम सिवेट और पक्षियों की कई प्रजातियों सहित उत्कृष्ट वनस्पतियों और जीवों की एक विस्तृत शृंखला है। हाल ही में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में तीन शावकों का जन्म हुआ, जिससे रिजर्व में बाघों की संख्या पाँच हो गई है।