नई दिल्ली। भारतीय रेसलर विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने बुधवार को रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI ) के प्रेसिडेंट बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है। उनके साथ कई पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन किया।
खेल मंत्रालय ने पहलवानों की ओर से लगाए गए आरोपों को गंभीरता से लेते हुए कुश्ती संघ से जवाब मांगा है। ऐसा नहीं करने पर कुश्ती संघ के खिलाफ कार्रवाई होगी।
वुमन कोचिंग कैंप रद्द
खेल मंत्रालय ने लखनऊ में 18 जनवरी से शुरू होने वाली महिला रेसलिंग कैंप भी रद्द कर दिया है। इस कैंप में 41 महिला पहलवानों को भाग लेना था। मंत्रालय ने आदेश में कहा कि जो महिला पहलवान कैंप मे पहुंच गई हैं, उन्हें वहां रहने तक हर प्रकार की सुविधा दें।
खिलाडिय़ों ने क्या-क्या आरोप लगाए?
विनेश फोगाट ने बुधवार को धरने में कहा था- नेशनल कैम्प्स में वुमन रेसलर्स का प्रेसिडेंट बृजभूषण शरण सिंह और कोच यौन उत्पीडऩ करते हैं। नेशनल कैम्प्स में पोस्टेड कुछ कोच तो वुमन रेसलर्स का सालों से यौन उत्पीडऩ करते आ रहे हैं। कई महिला पहलवानों ने इसकी शिकायत भी की।
बजरंग पूनिया ने कहा था कि हमारा विरोध WFI और जिस तरह वे पहलवानों के हितों को ध्यान में रखे बिना काम कर रहे हैं उसके खिलाफ है। इसका राजनीति से कुछ भी लेना-देना नहीं है। अध्यक्ष को इस्तीफा देना चाहिए। हम प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से सीधे बात करेंगे।
WFI अध्यक्ष ने कहा
इधर WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि विनेश फोगाट के आरोप बेबुनियाद हैं। उनके पास आरोपों का कोई सबूत नहीं है। कोई पीडि़त है तो सबूत के साथ मेरे सामने आए। आरोप सही हुए तो फांसी पर लटक जाउंगा।
महिला आयोग ने दिया नोटिस
महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीमाल धरने पर बैठे खिलाडिय़ों से मिलीं और उन्होंने खेल मंत्रालय तथा दिल्ली पुलिस को नोटिस दिया। उन्होंने WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा है कि यह बड़े शर्म की बात है कि हमारे देश के लिए मेडल लाने वाली शेरनियां सड़क पर धरने पर बैठी हैं।