संकल्प शक्ति। हमारे देश में मकर संक्रान्ति पर्व पूरे उत्साह-उमंग के साथ मनाया जाता है। वर्तमान शताब्दी में यह त्यौहार जनवरी माह के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन ही पड़ता है। इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है। तमिलनाडु में इसे पोंगल नामक उत्सव के रूप में मनाते हैं, जबकि कर्नाटक, केरल तथा आंध्रप्रदेश में इसे केवल संक्रांति ही कहते हैं। मकर संक्रान्ति पर्व को कहीं-कहीं उत्तरायण भी कहते हैं।14 जनवरी के बाद से सूर्य उत्तर दिशा की ओर अग्रसर होता है। इसीलिए उतरायण भी कहते है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि पृथ्वी का झुकाव हर 6 माह तक निरंतर उत्तर और 6 माह दक्षिण की ओर बदलता रहता है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है।
इस वर्ष 2023 में दिनांक 14 जनवरी को मध्यरात्रि 03:10 बजे अर्की है। पुण्यकाल, स्नानदान दिनांक 15 जनवरी को पूरे दिन रहेगा। जबकि, इस पर्व को परम्परागत रूप से 14 जनवरी को भी मनाया जायेगा। इस दिन तिल, वस्त्र, कंबल आदि दान करना चाहिए।