गुवाहाटी। असम में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने राज्य के कई जि़लों में जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण लोगों को बहुत कठिनाइयों को सामना करना पड़ रहा है। इस मामले पर 28 जि़ले बाढ़ से प्रभावित
असम में बाढ़ से हुई बुरी स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 35 जि़लों वाले इस राज्य में 28 जि़ले बाढ़ से प्रभावित हैं। इन 28 जि़लों में 2930 गांवों के 19 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं शुक्रवार को हुई भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन में 02 बच्चों समेत 09 लोगों की जान चली गई। एक अन्य जानकारी के अनुसार, केवल बाढ़ की वजह से 54 लोगों की मौत हो चुकी है और गावों में स्थिति बहुत खराब है। जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे घर के घर पानी में डूब गए हैं। इतना ही नहीं यहां की 64 सड़कें भी टूट गई हैं और एनएच-15 तो पूरी तरह से पानी में डूब गया है। इसके अलावा दारांग जि़ले में एक पुल टूटने की भी खबर है।
बाढ़ ने किया फसलयुक्त खेतों को बर्बाद
जानकारी के मुताबिक बाढ़ के पानी ने बाढ़ प्रभावित जि़लों में 43338.39 हेक्टेयर फसल भूमि को जलमग्न कर दिया है। बेकी, मानस, पगलाडिय़ा, पुथिमारी, जिया भराली, कोपिली में ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। मौजूदा समय में 1,08,104 बाढ़ प्रभावित लोग जि़ला प्रशासन द्वारा स्थापित 373 राहत शिविरों में रह रहे हैं. तो वहीं बजली जि़ले में 3.55 लाख लोग, दरांग जि़ले में 2.90 लाख, गोलपाड़ा में 1.84 लाख, बारपेटा में 1.69 लाख, नलबाड़ी में 1.23 लाख, कामरूप में 1.19 लाख और होजई जि़ले में 1.05 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
सेना की नौ टीमे कर रहीं रेस्क्यू
बाढ़ से प्रभावित जि़लों बक्सा, नलबाड़ी, बजली, दरांग, तामुलपुर, होजई और कामरूप में राहत और बचाव अभियान चलाने के लिए सेना की कुल 09 संयुक्त टीमें काम कर रही हैं। इसके अलावा प्रदेश के प्रभावित अलग-अलग जि़लों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और असम पुलिस की अग्निशमन व आपातकालीन सेवाएं भी बड़े पैमाने पर राहत अभियान चला रहे हैं।