जयपुर। उदयपुर में हुए कन्हैयालाल की नृशंस हत्या के मामले पर पूरे देश में क्रोध की लहर है। यद्यपि राजस्थान पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को तो गिर$फ्तार कर लिया है, लेकिन पुलिस चाहती तो समय रहते इस नृशंष हत्याकांड को रोक सकती थी। हालांकि मामले की जांच अब एनआईए कर रही है। इस मामले को लेकर जहाँ विपक्ष सरकार पर हमलावार है, वहीं गहलोत सरकार का कहना है कि पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की है, जांच एनआईए कर रही है। इस हत्याकांड को लेकर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि इस घटना में इंसानियत की सारी हदें पार कर दी गईं हैं।
उदयपुर में कन्हैया लाल की नृशंस हत्या पर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि ये मामूली घटना नहीं है, ये एक तरह से आतंकवाद है। गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि घटना के बाद से मैं गुस्से से उबल रहा हूं। दोषियों को ठोक देना चाहिए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, एक निहत्थे व्यक्ति पर धोखे से चाकू मारकर हत्या करना महपाप है, धर्म कायरता और धोखा नही सिखाता, हत्या करने वालों को जब पुलिस ठोक के मारेगी तब दर्द का पता चलेगा। अपराधी कोई भी हो उसको फांसी पर लटकाना और $कानून की ता$कत का एहसास कराना ज़रूरी है।
दोषियों का फांसी दी जाए
मृतक कन्हैया लाल की पत्नी ने मांग की है कि दोषियों को फांसी दी जाए। आज उसने हमारे पति का कत्ल किया है, कल दूसरों को मारेंगे।
राज्य में स्थिति तनावपूर्ण
28 जून की शाम में राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद राज्य में स्थिति तनावपूर्ण है। इस हत्याकांड को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पीडि़त कन्हैया लाल को उनके सोशल मीडिया पोस्ट के सिलसिले में जान से मारने की धमकी मिलने लगी थी। इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को दी थी, लेकिन पता नहीं किस दबाव में पुलिस ने कार्रवाई नहीं की?
आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
इस घटना के बाद से राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। राजस्थान स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा है कि यह भाजपा का किया धरा है और निश्चित रूप से भाजपा इन घटनाओं के लिए जि़म्मेदार है। वहीं, भाजपा नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि कन्हैयालाल को धमकिया दी जा रही थीं। राजस्थान पुलिस को इतना दिमाग तो होना चाहिए कि ये सुरक्षा मांग रहा है और दुकान खोल रहा है, तो इसको कम से कम सिक्योरिटी देनी चाहिए। निश्चित रूप से प्रशासनिक चूक हुई है, जिसके कारण ये घटना हुई है।