श्रीहरिकोटा। शुक्रवार दोपहर को तय समय दो बजकर 35 मिनट पर बहुप्रतीक्षित चंद्रयान-3 रवाना हो गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का एलवीएम3-एम4 राकेट श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान को लेकर रवाना हुआ। 40 दिन के सफर के बाद 23 अगस्त को यान के साथ भेजा गया लैंडर चांद की सतह पर उतरेगा।
लॉन्चिंग के करीब 16 मिनट बाद फैट ब्वाय के नाम से लोकप्रिय एलवीएम3-एम4 राकेट ने यान को पृथ्वी की कक्षा में छोड़ दिया। अब कुछ दिन यान पृथ्वी की अलग-अलग कक्षाओं में चक्कर लगाते हुए चंद्रमा की ओर बढ़ेगा। चांद की कक्षा में चक्कर लगाते हुए धीरे-धीरे यान उसकी निकटतम कक्षा में पहुंचेगा और वहां से लैंडर-रोवर चांद की सतह की ओर बढ़ेंगे। इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया कि एक अगस्त के बाद यान को चांद की कक्षा की ओर भेजा जाएगा।
ज्ञात है कि चंद्रयान-2 के समय लैंडिंग सफल नहीं रही थी। अब उस अधूरे मिशन को पूरा करने का लक्ष्य है। अब तक अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ ने ही ऐसा करने में सफलता पाई है।