नई दिल्ली। भीषण गर्मी से जूझ रहे दिल्ली सहित उत्तर भारत के राज्यों को इन दिनों मानसून की बेसब्री से प्रतीक्षा है। इस बीच मौसम विभाग ने मानसून को लेकर रविवार को जानकारी दी है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, पूर्व गोवा, कोंकण के कुछ हिस्सों और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है। मौसम विज्ञान की माने तो पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचलप्रदेश, बिहार और झारखंड के इलाकों में लू का प्रकोप दो दिन तक जारी रहेगा तथा अगले कुछ दिनों में दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने, तेज हवा चलने की उम्मीद है और 15 जून के बाद ही गर्मी से राहत मिल सकती है।
विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर. के. जेनामणि के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमोत्तर भारत के अन्य हिस्सों में अधिकतम तापमान में 15 जून तक कोई बड़ी राहत मिलने की संभावना नहीं है। आईएमडी ने बताया कि नमीयुक्त पुरवाई चलने से 16 जून से भीषण गर्मी से काफी राहत मिलेगी। पूर्वी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में 12 जून से मानसून पूर्व गतिविधियां शुरू होने का पूर्वानुमान है, लेकिन उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश और उत्तरी मध्यप्रदेश में 15 जून तक तापमान सामान्य से अधिक बना रहेगा।
म.प्र. में दो-तीन दिनों में मानसून
तीन महीने से भी अधिक समय से भीषण गर्मी से जूझ रहे मध्यप्रदेश के 20 जि़लों में शनिवार की शाम को हल्की बारिश हुई, जिससे लोगों को काफी राहत रही। भोपाल में दोपहर बाद ही घने बादल छाए रहे और शाम को बारिश शुरू हो गई। इंदौर में भी प्री-मानसून ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। मौसम विभाग के मुताबिक यदि मानसून की यह रफ्तार बरकरार रही, तो तीन-चार दिन यानी 15 जून के आसपास मध्यप्रदेश में भी मानसून दस्तक दे सकता है।