संकल्प शक्ति। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भ्रष्टाचार समाप्त कर देने की बात तो करती है, लेकिन पूरे देश में रिश्वतखोरी, कालाबाज़ारी, मिलावटखोरी और नशे का धंधा चरमसीमा पर है और दिनोंदिन मंहगाई सुरसा के मुख की तरह बढ़ती जा रही है। शायद सत्ता पर बैठे राजनेता देश की आमजनमानस को मूर्ख समझ रहे हैं, कि वे जो भी कहेंगे, उसे सभी आँख मूंदकर मान लेंगे।
भारतीय शक्ति चेतना पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष शक्तिस्वरूपा बहन संध्या शुक्ला जी ने अपनी अभिव्यक्ति में कहा कि ”भाजपा की शीर्ष सत्ता को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हुई हार से सबक लेना चाहिए। राष्ट्रवाद और धर्म का बिल्ला लगाकर कब तक सत्ता की रोटी सेंकते रहोगे। राष्ट्र की रक्षा और सनातनधर्म की रक्षा के लिए यद्यपि इन दोनों नीतियों की महती आवश्यकता है, लेकिन इनके साथ-साथ धरातल पर जनहितकारी नीतियों का भी क्रियान्वयन होना चाहिए, अन्यथा अभी दक्षिण भारत में भाजपा को मुँह की खानी पड़ी है, धीरे-धीरे पूरे देश का मोह भंग हो सकता है।ÓÓ
शक्तिस्वरूपा बहन ने कहा कि ”भ्रष्टाचार समाप्त करने, मंहगाई पर नियंत्रण करने और रोजगार के अवसर सृजन करने तथा विदेशों से कालाधन वापस लाने के नाम पर जनता को मूर्ख बनाया गया। देश में भ्रष्टाचारयुक्त चुनाव प्रणाली अपनाकर मंहगाई को चरमसीमा पर पहुंचा दिया गया है, खाद्य पदार्थों के मूल्य लगातार बढ़ रहे हैं और आमजनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। जबकि, मोदी सरकार भ्रष्टाचार समाप्त करने व विकास के दावे करते थक नहीं रही है।
देश की जनता को अच्छे दिनों का सपना दिखाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देशहित की बात तो करते हैं, लेकिन क्या वे अपने शासनकाल के नौ वर्षों में व्याप्त रिश्वतखोरी, मिलावटखोरी, कालाबाज़ारी, मंहगाई और जो सबसे बड़ी महामारी है नशा, इन पर नियंत्रण लगा सके हैं? इस पर आत्ममंथन की ज़रूरत है।ÓÓ
अतिचिन्ता का विषय है बढ़ता भ्रष्टाचार
हमारे देश में बढ़ता भ्रष्टाचार बढ़ते क्रम में है और यदि इसके निदान का शीघ्र ही कोई रास्ता नहीं निकाला गया, तो सभी कुछ नष्ट हो सकता है। कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं बचा, जहाँ भ्रष्टाचार रूपी असुरों ने अपने पंजे न गड़ाए हों। भारत नैतिक मूल्यों और आदर्शों का कब्रिस्तान बन चुका है। आज स्थिति यह है कि देश की सबसे छोटी इकाई पंचायत से लेकर शीर्षस्तर के कार्यालयों और क्लर्क से लेकर बड़े अधिकारी तक, बिना रिश्वत या कमीशन लिए किसी भी फाइल को आगे ही नहीं बढ़ाते। कहते हैं कि उन्हें ऊपर तक देना पड़ता है।
आवाहन: सात जून को दमोह पहुँचें
देश की व्यवस्था को भ्रष्टाचार का दीमक खोखला करता जा रहा हैं और आज हमारा देश भ्रष्टाचार के कीचड़ में धंस चुका है। देश को भ्रष्टाचार के इस कीचड़ से उबारने, आमजनमानस को मूलभूत सुविधाएं मुहैय्या कराने, समाजिक सौहार्द कायम करने, देश को नशामुक्त बनाने और राष्ट्ररक्षा का संकल्प लेकर भारतीय शक्ति चेतना पार्टी जनाभिमुख है।
भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के 11वें स्थापना दिवस 07 जून को सुबह 09 बजे से मध्यप्रदेश के दमोह जि़ले में, दमोह तहसील ग्राउण्ड पर विशाल रैली एवं आमसभा का आयोजन किया गया है। इस आमसभा को पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन संध्या शुक्ला जी सहित समाजसेवा में सतत लगे हुए अन्य राष्ट्रीय वक्ता सम्बोधित करेंगे।
भारतीय शक्ति चेतना पार्टी का आवाहन है कि आप सभी दिनांक 07 जून को दमोह पहुंचकर राष्ट्ररक्षा के प्रति समर्पित इस आयोजन के साक्षी बनें।