सोलन। हिमाचलप्रदेश के सोलन जिला का बद्दी औद्योगिक क्षेत्र में स्थित कई कारखानों में व्यापक पैमाने पर नकली दवाएं बनाई जा रही हंै। शुक्रवार को मिली जानकारी के मुताबिक अब तक यहां पर पांच कंपनियों को सील किया जा चुका है, जबकि नकली दवाइयों के उत्पादन में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
विचारणीय पहलू यह है कि नकली दवाइयों का उत्पादन करने वाले गिरोह के तार देश के कई राज्यों से जुड़े हैं। अब तक इन मामलों में उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश तथा हरियाणा के उद्यमी व सप्लायर पकड़े जा चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार पहला मामला 3 मार्च 2020 को सामने आया था।
22 नवंबर 2022 को भी नकली दवाइयों का गोदाम बद्दी से बरामद किया गया था। इस मामले में पुलिस ने आगरा के रहने वाले मोहित बंसल व विनोद बंसल को पकड़ा था। यह दोनों आरोपित यहां पर एक गोदाम में नकली दवाइयों का उत्पादन नामी कंपनियों के नाम से करते थे तथा आगरा में बेच देते थे।
इसके बाद 02 मार्च 2023 को वाराणसी में पुलिस ने सुनील नाम के एक व्यक्ति से नकली दवाइयां पकड़ी और पूछताछ के बाद पता चला कि इन दवाइयों का उत्पादन भी सोलन जिला के बद्दी में हुआ था। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाही करते हुए 24 मई 2023 को साईपर फार्मा बद्दी की मालकिन रजनी भार्गव को गिरफ्तार किया है। रजनी भार्गव पंचकूला की रहने वाली हैं तथा उत्तरप्रदेश के वाराणसी में नकली दवाइयों की सप्लाई कर रही थी।