लखनऊ। उत्तरप्रदेश के बड़े शहरों में हमले का षड्यंत्र रच रहे इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकियों को बम बनाने का ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा था। आईएस के हैंडलर व आतंकी शहनवाज इन्हें युवकों को बम बनाने के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण दे रहा था। शहनवाज के इशारे पर अब्दुल्ला ने अलीगढ़ में बम बनाने के कुछ उपकरण भी जुटाए थे।
सूत्रों का कहना है कि अब्दुल्ला के ठिकाने से बरामद इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस में बम बनाने के फॉर्मूलों से लेकर अन्य जानकारियों को सुरक्षित किया गया था। एटीएस एफएसएल की मदद से आरोपियों के खिलाफ इससे जुड़े वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने का प्रयास कर रही है। एटीएस के सामने अब उन लोगों के बारे में जानकारी जुटाने की भी चुनौती है, जो आइएस के आतंकियों के निशाने पर थे।
अब्दुल्ला व माज बिन से पूछताछ में गाजियाबाद के डासना स्थित देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के उनके निशाने पर होने की बात सामने आई थी। आशंका यह भी है कि आइएस आतंकियों का यह मॉड्यूल अयोध्या व अन्य धार्मिक स्थलों पर भी गड़बड़ी करने की साजिश रच रहा था। इसे लेकर मास्टर माइंड वजीहुद्दीन से पूछताछ की जा रही है।