ओंकारेश्वर में भव्य अध्यात्मिक केंद्र एकात्म धाम पर आदिशंकराचार्य के बालस्वरूप की 108 फीट की प्रतिमा की स्थापना 15 अगस्त तक हो जाएगी। बताया जाता है कि स्थापना के तत्काल बाद प्रतिमा के दर्शन सुलभ हो जायेंगे। एकात्म धाम से विश्व को ‘हम सब एक हैंÓ के अद्वैत वेदांत सिद्धांत से परिचित करवाया जाएगा।
हमारा दर्शन विश्वशांति का संदेश देता है। विचारधारा वसुधैव कुटुंबकम एवं सर्वे भवंतु सुखिन: की है। हमारा अद्वैत दर्शन कहता है कि प्रत्येक जड़ और चेतन में एक ही चेतना है, हर आत्मा में परमात्मा है। अहम् ब्रह्मास्मि। मैं और तुम एक हैं, सभी एक हैं। भारत के दर्शन की गहराइयों में विश्व के सभी विवादों का हल है। सबके कल्याण में ही सारे विवादों का हल है। पश्चिम दर्शन कहता है कि शरीर की आवश्यकता पूरी होजाए तो मनुष्य सुखी हो जाएगा, जबकि हमारा दर्शन कहता है कि शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा के समुच्चय का सुख ही पूरा सुख है।