नई दिल्ली। देश में भ्रष्टाचार की सीमाएं टूट चुकी हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जिसका कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में उद्घाटन किया था, उदघाटन के एक हफ्ते के भीतर ही धंस गया।
ज्ञात हो कि राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने में उच्चकोटि की सामग्री और तकनीक का प्रयोग करने का प्रावधान है, जिससे ये हर तरीके से उपादेय साबित हो सकें। परन्तु हाल ही में कुछ राजमार्गों का बाढ़ में बह जाना, जान-माल की क्षति होना और सड़कों का धंस जाना तथा बारिश के पानी में राजमार्गो का डूब जाना, कई दिनों तक पानी की निकासी न होना जैसी घटनाएं हो रहे बेतहासा भ्रष्टाचार की कहानी बयाँ करती हैं। इससे तो प्रतीत होता है कि ठेकेदार कंपनियां अधिकाधिक धन कमाने के लिए घटिया सामग्री व घटिया तकनीक का प्रयोग कर रह हैं। ऐसे ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, क्योंकि ये जनता का पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं।
ठेकेदारों के साथ ही कमीशनखोरी करने वाले अधिकारियों और उन नेताओं, मंत्रियों पर भी सख्त कार्यवाही होनी चाहिए, जो कमीशन का बन्दरबाट करते हैं।