दार्जिलिंग। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सोमवार की सुबह 8:55 बजे एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) को पीछे से टक्कर मार दी। इस हादसे में 15 लोगों की मौत और 60 के घायल होने की खबर है।
रेलवे के एक सूत्र ने बताया कि पश्चिम बंगाल में रानीपात्रा रेलवे स्टेशन और छत्तर हाट जंक्शन के बीच ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम सुबह 5.50 बजे से ही खराब था। कंचनजंगा एक्सप्रेस सुबह 8:27 बजे रंगापानी स्टेशन से रवाना हुई और सुबह 5:50 बजे सिग्नलिंग सिस्टम में खराबी के कारण रानीपात्रा रेलवे स्टेशन और छत्तर हाट के बीच रुकी रही। जब सिग्नलिंग सिस्टम में खराबी आती है तो स्टेशन मास्टर टीए 912 रिटन अथॉरिटी जारी करता है। यह ड्राइवर को खराबी के कारण सभी रेड सिग्नल पार करने का अधिकार देता है। रानीपात्रा के स्टेशन मास्टर ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को टीए 912 जारी किया था। ट्रेन 10 मिनट से यहां रुकी रही। 8:42 बजे रंगापानी से निकली मालगाड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस से भिड़ गई।
सारे पैसेंजर्स को 12:40 बजे स्पेशल ट्रेन से सियालदह के लिए रवाना किया जा चुका है। कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटना के बाद केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव दोपहर समय दार्जिलिंग पहुंचे। घटनास्थल पर वे बाइक से आए और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। डॉक्टर्स, रेलवे स्टाफ, स्टेट गवनर्मेंट के स्टाफ और गांव के लोगों ने फौरन रेस्क्यू का काम किया।