यूट्यूब चैनल ‘बीएससीपी’ पर भारतीय शक्ति चेतना पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष शक्तिस्वरूपा बहन संध्या शुक्ला जी ने देश के नवयुवकों के नाम अपने सम्बोधन में कहा-
”भारत का अभिमान है सेना, देश का गौरव है और हमारा गौरव है देश की सेना। यदि आज हमारा राष्ट्र सुरक्षित है, तो केवल सेना के बल पर सुरक्षित है। जलसेना, थलसेना, वायुसेना, ये तीनों मिल करके चारोंओर फैले हुए ख़्ातरे से हमारे देश की रक्षा करते हैं। आज हर नागरिक का कत्र्तव्य है, हर नागरिक का धर्म है कि वे अपने देश की सेना के प्रति समर्पण रखें। हर व्यक्ति का कत्र्तव्य है कि वह अपने देश के प्रति, देश की रक्षा के प्रति पल-प्रतिपल समर्पित रहे और राष्ट्र की रक्षा के लिए, सेना की मज़बूती के लिए, जो भी निर्णय लिए जाएं, उन पर विचार-विमर्श करने के पश्चात्, यदि वह निर्णय देश के हित में है, यदि वह निर्णय सेना के हित में है, तो उस निर्णय का समर्थन करें और ताकत बन करके विरोध करने वालों के विरुद्ध आवाज़ उठाएं।
14 जून 2022 को भारत सरकार के द्वारा तीनों सेनाओं की प्रमुखता पर ‘अग्निपथ योजना’ का निर्णय लिया गया। अग्निपथ योजना जो सेना की मज़बूती के लिए, राष्ट्र की रक्षा के लिए नौजवान, नवयुवक आगे बढ़ करके आ सकें, इसलिए सरकार के द्वारा यह योजना लाई गई। इस योजना के तहत 17 वर्ष से 23 वर्ष तक के नवयुवकों को, जो देश की सेवा करना चाहते हैं, जो सेना में भर्ती होकरके राष्ट्र की रक्षा करना चाहते हैं, उनके लिए यह सुनहरा अवसर है। यह योजना उनके लिए चार वर्षों तक देश की सेवा करने हेतु लाई गई है और चार वर्ष तक देश की सेवा करने के बाद उन्हें अग्निवीर का सर्टिफिकेट दिया जायेगा। इसके पश्चात् चाहे जो भी रास्ता तय करना चाहें, वे चाहें तो अन्य चीजों पर नौकरियाँ कर सकते हैं, यदि चाहें तो उनमें से 25 प्रतिशत लोग, जो अपनी योग्यता साबित करने में सक्षम होंगे, उन्हें सरकार के द्वारा सेना में प्रमुखता से भर्ती की जायेगी।
क्या यह देश के नौजवानों के लिए, क्या यह देश के नवयुवकों के लिए सुनहरा अवसर नहीं है? कि चार साल तक उन्हें देश की सेवा करने का, देश की निष्ठा, समर्पण के साथ सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। जिसके भी हृदय में देशभक्ति की भावना है, राष्ट्रभक्ति की भावना है, वह चाहता है कि हमें देश की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हो, वह चाहे एक दिन के लिए ही क्यों न हो? देश की सेवा करना सबसे बड़ा सौभाग्य है और देश की रक्षा करने के लिए सैनिक बन करके यदि वास्तव में हमें चार साल की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है, तो हमें इस पर यह विचार नहीं करना चाहिए कि हमारा आगे क्या होगा? चूँकि उसके लिए भी रास्ते आपके लिए खुले हुए हैं।
नवयुवकों के हृदय में यह भाव होना ही नहीं चाहिए कि हम देश की सेवा नौकरी के लिए, पैसे के लिए करेंगे। यह सोच होनी ही नहीं चाहिए कि हमारा भविष्य क्या होगा? इसकी चिन्ता न करें। हमने अपने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से सीखा है कि भविष्य की चिन्ता किए बिना राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने कदम आगे बढ़ाते चले जाएं और वही सौभाग्य हम नौजवानों को प्राप्त हुआ है। अत: जो सेना में भर्ती होकर राष्ट्र की रक्षा करने की इच्छा रखते हैं, उनके लिए यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इस पर विरोध होना, इस पर जगह-जगह पर आगजनी होना, इसका हम बिल्कुल भी समर्थन नहीं करते।
यह योजना निश्चित रूप से युवाओं के हित में है। यह युवाओं को मज़बूत बनायेगी, यह युवाओं के अन्दर देशभक्ति की भावना लायेगी। यह योजना निश्चित रूप से युवाओं को सशक्त और मज़बूत बनाएगी, हमारी सेना को मज़बूत बनायेगी, लेकिन योजना लाने का तरीका निश्चित रूप से सरकार का गलत था। अग्निपथ योजना को एकदम से सरकार ने घोषित कर दी। क्या इस योजना को लाने से पहले सरकार को विचार नहीं करना चाहिए थी। अरे, होना तो यह चाहिए था कि तीन महीने, छह महीने पहले से ही सरकार इस योजना के बारे में समाज को बताती, देश को समझाने का प्रयास करती, मीडिया में इसके बारे में चर्चा होती, प्रबुद्धजन इसके बारे में चर्चा करते, सेना के सभी रिटायर्ड, सभी प्रमुख जो मौज़ूद हैं, इस पर समझाने का प्रयास करते कि यह योजना हमारे देश को कैसे मज़बूत करेगी? पहले जनता को अपने कॉन्फिडेंस में लेकरके, जनता को समझाने के पश्चात् यदि योजना लागू की जाती, तो आज जो पूरा देश जल रहा है, इस तरह न जल रहा होता। योजना अच्छी है, लेकिन योजना लागू करने का तरीका गलत है। इस पर सरकार को विचार करना चाहिए।
देश के नवयुवकों को भटकाना बहुत ही आसान है और सरकार के आनन-फानन लिए गए निर्णय का वे राजनीतिक पार्टियाँ, जो देश को तोडऩा चाहती हैं, देश में दंगा कराती हैं, देश में हिंसा करा करके वोटबैंक बनाना चाहती हैं, वे नौजवानों को भड़काकर इसका भरपूर लाभ उठा रही हैं। इसकी वजह है कि सरकार देश के नौजवानों को, नवयुवकों को यह नहीं समझा सकी कि देश की सेवा करने का यह सुनहरा अवसर है और चार साल बाद ‘अग्निवीर’ की उपाधि से नवाजे जाओगे, लेकिन नहीं और जब देश सुलग उठा, तब सत्ताधारी नेताओं को आगे आकर समझाना पड़ रहा है। इससे क्या लाभ, जबकि देश की हज़ारों करोड़ की सम्पत्ति का नुकसान हो चुका है। आए दिन आगजनी हो रही है, बच्चे भयभीत हैं, पत्थरबाजी हो रही है, पूरे देश में दहशत का माहौल पैदा कर दिया गया है।
देश को जल करके कैसे कर सकते हो देश की सेवा?
देश के नौजवानों को यह समझना होगा कि देश को जला करके, हिंसा करके, सरकारी व किसी की व्यक्तिगत सम्पत्ति का नुकसान करके आप कैसे कर सकते हैं देश की सेवा, कैसे देश के सैनिक बन सकेंगे? वास्तव में यदि आपके मन में सैनिक बनने का भाव है, तो जो देश का सैनिक होता है, उसके मन में राष्ट्रभक्ति की भावना सबसे पहले होती है, देश की सुरक्षा करने का भाव सबसे पहले होता है। वह हिंसा नहीं कर सकता, वह देश की सम्पत्ति का नुकसान नहीं कर सकता, वह देश के नागरिकों का नुकसान नहीं कर सकता, मगर आज ऐसे भी लोग हैं समाज में जिनका कार्य केवल, हर निर्णय का विरोध करना है, जिनका कार्य केवल अपना वोटबैंक स्थापित करना है, तो वे देश में हिंसा फैलाने का कार्य कर रहे हैं। युवकों को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं और हमारे नौजवान भड़क भी रहे हैं। ऑकलन कीजिए, विचार कीजिए कि आखिर यह सौभाग्य कितने लोगों को प्राप्त होता है कि देश की सेवा कर सकें? मैं युवाओं का आवाहन करती हूँ कि जागो, यह देशभक्ति का सुनहरा अवसर है। चार साल देश की सेवा करने का मौका मिलेगा और उसके बाद आप जैसा चाहें, जहाँ चाहे अपने आपको लेकरके जा सकते हैं। किसी के ऊपर बाध्यता नहीं है। देश की सेवा करने का सौभाग्य यदि एकदिन के लिए भी मिले, तो हाथों-हाथ लेना चाहिए।
यदि पैसा ही कमाना है, तो अनेक रास्ते हैं
यदि नौकरी ही करनी है, यदि पैसा ही कमाना है, तो लाखों-लाख अवसर आपके सामने खुले पड़े हैं, आप नौकरियाँ कीजिए। आप सरकारी विभागों में एप्लाई कीजिए, अनेक रास्ते खुले पड़े हैं। क्या यही लक्ष्य है कि देश की सेना में जाकरके पैसा कमाओगे? केवल एक ही उद्देश्य रह गया है कि अधिक से अधिक पैसा कमाना है? मैं चाहूंगी कि जो 17 से 23 वर्ष के युवा हैं या उससे भी अधिक उम्र के हैं, जरा विचार करें कि कितने ऐसा युवा हैं, जिनके पास 11 लाख की पूँजी बैंक में जमा है? ऐसे कितने युवा हैं, जिन्हें हर माह 30 हज़ार, चालीस हज़ार सैलरी प्राप्त हो रही है? कई ऐसे युवा निकल करके सामने आयेंगे जो संघर्षरत हैं और जिनके पास ऐसी सुविधाएं नहीं है। जबकि, इस योजना से आर्थिक लाभ तो मिल ही रहा है, देश की सेवा करने का सौभाग्य भी मिल रहा है, साथ ही आपको ट्रेनिंग मिल रही है कि देश की सेवा कैसे की जाए और उसके साथ-साथ आपको मेहनताना भी दिया जा रहा है और जब आप अग्रिवीर बन जायेंगे, तो आपको सरकार के द्वारा 11 लाख रुपए भी दिए जायेंगे। वह आपकी अपनी पूँजी होगी और उसके माध्यम से आप जो भी कार्य करना चाहें, कर सकते हैं। उसके अलावा भी सरकारी भर्तियों में आपको प्राथमिकता दी जायेगी। कई ऐसे राज्य हैं, जिन्होंने कहा है कि सरकारी विभागों में अग्रिवीरों को प्रमुखता से महत्त्व देंगे।
ऐसी ओछी राजनीति न करें, जिससे…
मैं राजनीतिक दलों से भी कहना चाहती हूँ कि ऐसी ओछी राजनीति न करें, जिससे देश को नुकसान पहुँचता हो, अपने वोटबैंक के लिए, सत्ता प्राप्त करने के लिए, कुर्सी के लिए देश के युवाओं को भड़काना छोड़ दो, देश के युवा हमारे देश के भविष्य हैं, यदि हमने उन्हें हिंसा के मार्ग पर बढ़ा दिया, यदि उन्हें हमने गलत मार्ग पर बढ़ा दिया, तो देश कभी विकास नहीं कर पायेगा और न ही अपनी रक्षा कर पायेगा।
भारतीय शक्ति चेतना पार्टी सेना के इस निर्णय के साथ है
भारतीय शक्ति चेतना पार्टी सेना के इस निर्णय के साथ है, इस अग्निपथ योजना के निर्णय के साथ है और अपने समस्त कार्यकर्ताओं से आवाहन करती हैं कि जो भी ऐसे युवा हैं, जो देश की चार साल के लिए सेवा करना चाहते हैं, आगे बढ़कर आएं और आवेदन करें। हम अपने राष्ट्राध्यक्षों के साथ हैं, हम अपनी सेना के प्रमुखों के साथ हैं कि देशहित में जो भी निर्णय लिया जायेगा, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी उनके साथ खड़ी होगी। हमारी पार्टी के संस्थापक-संचालक परमहंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज का यही निर्णय है, उनका भी यही मत है कि देश की सेवा का जब भी अवसर मिले, देश की सेवा के लिए जो भी समर्पित करना पड़े, देश की सेवा के लिए स्वयं नुकसान सहकर भी यदि कदम आगे बढ़ा सकते हैं, तो एक कदम भी पीछे नहीं हटना चाहिए। हमें देश की ताकत बनना है और इसी विचारधारा पर चल करके आईए हम सभी अपने देश को मज़बूत करने का प्रयास करें।
अफवाह में न पड़े, देश को न जलाएं, यह देश हमारा है, देश का युवा हमारा है, हमें इस देश को मज़बूत बनाना है।
जय हिन्द, जय भारत।