बाड़मेर। हिंडौन सिटी करौली में होमगार्ड जवान नेमाराम की गत दिवस एक हादसे में मौत हो गई। हादसे के दूसरे दिन पार्थिव देह पैतृक गांव गिराब बाड़मेर पहुंचा। अंतिम संस्कार में जनसैलाब उमड़ पड़ा था। पूरे गांव ने नम आंखों से नेमाराम को विदाई दी। नेमाराम के परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल था। पूरा गांव एक ही स्वर में बोल रहा है कि नेमाराम को शहीद का दर्जा देने के साथ-साथ गरीब परिवार को आर्थिक मदद दी जाए।
बताया गया कि बाड़मेर गिराब निवासी नेमाराम हिंडौन सिटी करौली में होमगार्ड के पद पर तैनात था। सोमवार की सुबह अवैध रूप से सैंड स्टोन के ब्लॉक ले जा रहे एक ट्रक को खनिज विभाग की टीम ज़ब्त करके चौकी ले जा रहा था। निगरानी के लिए उसमें ड्राइवर के साथ होमगार्ड जवान नेमाराम के साथ दो अन्य होमगार्ड के जवानों को बैठा दिया गया। साथ ही, ट्रक के आगे और पीछे खनिज विभाग की गाड़ी चलने लगी। रास्ते में ट्रक ड्राइवर ने आगे चल रही खनिज विभाग की गाड़ी को टक्कर मारा और बोला कि मैं खुद तो मरूंगा, तुम लोग भी जिंदा नहीं बचोगे। कुछ दूर आगे जाने पर ड्राइवर ट्रक से कूद गया और ट्रक पुलिया के नीचे गिर गया। इस हादसे में बाड़मेर निवासी नेमाराम की ट्रक केबिन के नीचे दबने से मौत हो गई और दो अन्य होमगार्ड के जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल जवानों को इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।