मुंबई। महाराष्ट्र की उद्धव सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत के चलते शिवसेना की उद्धव सरकार गिर सकती है। जनता के नाम एक भावनात्मक संदेश जारी करके मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अब अपने सरकारी आवास यानी वर्षा बंगले से अपना सारा सामान लपेटकर मातोश्री पहुंच चुके हैं। इस बीच यह जानकारी सामने आ रही है कि विधायकों की तरह ही शिवसेना के 19 में से करीब 8-9 सांसद भी उद्धव का दामन छोड़ सकते हैं। हालांकि, दलबदल विरोधी कानून की वजह से शिवसेना में रहना उनकी मज़बूरी होगी।
सूत्रों के मुताबिक, बागी विधायक और सांसद सत्ता परिवर्तन का इंतज़ार कर रहे हैं और शिंदे के हाथ में शिवसेना की पूरी कमान आते ही ये उद्धव से अलग खड़े हो जाएंगे।
चुनाव कराने की नहीं पड़ेगी ज़रूरत
दलबदल कानून में एक प्रावधान भी है, जिसके तहत पार्टी के 2/3 सांसद एक साथ पार्टी को छोड़ते हैं तो उन्हें इस्तीफा देने की ज़रूरत नहीं होगी और ना ही उनकी सीटों पर चुनाव कराए जाएंगे और इस दौरान वह जिस भी पार्टी को समर्थन देंगे, उसकी सरकार बिना किसी परेशानी के सत्ता में आ जाएगी। यद्यपि सांसदों की स्थिति से महाराष्ट्र विधानसभा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।