प्रत्येक वर्ष 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मनाया जाता हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने एक प्रस्ताव में 07 दिसम्बर 1987 से इसे मनाने का निर्णय लिया गया। इसका उद्देश्य लोगों को नशे की बुरी आदत से छुटकारा दिलाना तथा उन्हें नशे से होने वाले दुष्प्रभाव से बचाना हैं। नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध नशीली दवाओं के व्यापार के विरुद्ध भी यह अंतर्राष्ट्रीय दिवस है। यह 1989 से 26 जून को प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
26 जून 1987 को, वियना में आयोजित नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में दो महत्त्वपूर्ण ग्रंथों (ड्रग अबाउट कंट्रोल में भविष्य की गतिविधियों की व्यापक बहु-विषयक रूपरेखा और नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की घोषणा) को अपनाया गया था। 17-26 जून 1987 के दौरान, सम्मेलन ने सिफारिश की कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के विरुद्ध लड़ाई के महत्त्व को चिह्नित करने के लिए एक वार्षिक दिवस मनाया जाना चाहिए। 17 जून और 26 जून दोनों तिथियों का सुझाव दिया गया था और बाद की बैठकों में 26 जून को चुना गया मसौदा के साथ अंतिम प्रस्ताव में लिखा गया।
अन्तर्राष्ट्रीय नशा विरोधक दिवस पर रैलियां, पोस्टर डिजाइनिंग और कई अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस दिन को विभिन्न देशों के लोग एक साथ मनाते हैं। जैसे-जैसे नशे का कारोबार और नशे का उपभोग दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है, इस दिवस का महत्त्व और बढ़ जाता है।