नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने भाजपाशासित केन्द्र सरकार को बेरोजगारी की भयावह समस्या को लेकर घेरा है। विगत दिवस उन्होंने 2018 से 2020 तक दो वर्ष का आंकड़ा पेश करते हुए कहा है कि इन दो सालों में बेरोजगारी की वजह से 25 हज़ार युवाओं ने आत्महत्या कर ली और सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द सरकारी नौकरियों के खाली पड़े पदों को भरा जाए, ताकि युवा इस तरह का कदम ना उठाएं। इसके साथ ही उन्होंने संविदा की जगह स्थायी और नियमित नौकरियों को बढ़ावा देने की भी अपील की।
भाजपा सांसद ने ट्वीट कर केंद्र सरकार से कहा, भारत में बेरोजगारी के कारण युवाओं की आत्महत्या एक भयावह रूप लेती जा रही है। सरकार का कर्तव्य है कि देश के युवाओं को स्थायित्व प्रदान करें और जल्द से जल्द रिक्त पदों को भरकर देश के युवाओं की मुश्किलें कम करें। संविदा की संस्कृति को खत्म करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।
पार्टी की नीतियों से अलग ही राय है वरुण गांधी की
सेना में भर्ती होने के लिए लाई गई केंद्र की ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर भी वरुण गांधी पार्टी लाइन से अलग ही राय देते आ रहे हैं। वे सांसद के तौर पर मिलने वाली पेंशन को छोडऩे का ऐलान भी कर चुके हैं। अग्निवीरों को पेंशन ना मिलने पर सांसदों और विधायकों की पेंशन को लेकर उठ रहे सवालों के बीच उन्होंने यह घोषणा की थी।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव के कथन पर भड़क उठे थे
जब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि रिटायरमेंट के बाद अग्निवीर गार्ड की नौकरी कर सकते हैं, तो भाजपा सांसद वरुण गांधी भड़क गए थे। उन्होंने कहा, जिस महान सेना की वीर गाथाएं कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ हो, जिनके पराक्रम का डंका समस्त विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ्तर की ‘चौकीदारी’ करने का न्यौता, उसे देने वाले को ही मुबारक। भारतीय सेना मां भारती की सेवा का माध्यम है, महज एक ‘नौकरी’ नहीं।