तिरुवनन्तपुरम। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 04 सितंबर, रविवार को इन्फ्लेटेबल एरोडायनामिक डिसेलेरेटर (आईएडी) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। भविष्य में इसका उपयोग मंगल या शुक्र पर पेलोड लैंडिंग के लिए किया जाएगा। इस नई तकनीकि के सफल परीक्षण के चलते कई स्पेस मिशनों के लिए यह गेमचेंजर साबित हो सकता है।
इस तकनीक से रॉकेट की गति पर भी वैज्ञानिक कंट्रोल रख सकते हैं। आईएडी को विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर की ओर से डिजाइन और डेवलेप किया गया है। इसरो ने एक ट्वीट में जानकारी दी कि तिरुवनंतपुरम के थुंबा में आईएडी तकनीक का परीक्षण साउंडिंग रॉकेट रोहिणी के ज़रिए किया गया है।