सागर। ग्राम पंचायतों में हो रहे कार्यों में करोड़ों रुपए के गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) की चोरी की जा रही है। राहतगढ़ की चौकी ग्राम पंचायत और बंडा जनपद की पंचायतों में लाखों रुपए की टैक्स चोरी के ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। राहतगढ़ में बिना जीएसटी के फर्जी बिलों पर लगभग 80 लाख रुपए के भुगतान के आरोप पूर्व सरपंच पर लगे हैं। वहीं, बंडा में दो फर्म पर सेल्स टैक्स विभाग ने 1.21 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की रिकवरी निकाली है।
कलेक्टर दीपक आर्य ने 07 मार्च को जारी एक आदेश में कहा था कि पंचायतों में 2.5 लाख से अधिक के बिलों के भुगतान पर टीडीएस की कटौती की जाए, लेकिन सैकड़ों पंचायतें अभी भी ऐसी हैं, जिन्होंने जीएसटी के तहत रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया और टीडीएस की कटौती नहीं कर रही हैं। पिछले एक साल में 07 जनपद की 70 ग्राम पंचायतों में लगभग 40 से 50 करोड़ का लेन-देन संदेह के घेरे में है। पंचायतों में होने वाले ऐसे काम, जिनमें 15 प्रतिशत से कम सामग्री लगती है, उनमें जीएसटी नहीं देना होगा, लेकिन जहाँं इससे अधिक सामग्री लग रही है उनमें जीएसटी देना होगा।