उज्बेकिस्तान का ऐतिहासिक शहर इत्चन काला वास्तुकला बहुत आकर्षक है। यहाँ अभी भी 50 से अधिक ऐतिहासिक स्मारक और लगभग 250 पुराने घर संरक्षित हैं। इत्चन कला में कई उत्कृष्ट संरचनाएं बनी हैं, जैसे जुमा मस्जिद, मकबरे, मदरसे और अल्लाकुली खान निर्मित दो शानदार महल। यहां का विहंगम दृश्य सैलानियों को रोमांचित कर देता है। इत्चन कला की सबसे उत्कृष्ट विशेषताओं में से एक है, यहाँ की ईंटों से बनी दीवारें और खूबसूरत किले के चारों ओर बने चार द्वार हैं। माना जाता है इसकी नींव दसवीं शताब्दी में रखी गई थी। वर्तमान में 10 मीटर ऊंची दीवारें ज़्यादातर सत्रहवीं शताब्दी के अंत में बनाई गई थीं और बाद में उनकी मरम्मत की गई थी। इस शहर को वर्ष 1990 में यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थलों की सूची में शामिल किया।
ऐतिहासिक शहर उज्बेकिस्तान का
उज्बेकिस्तान का ऐतिहासिक शहर इत्चन काला वास्तुकला बहुत आकर्षक है। यहाँ अभी भी 50 से अधिक ऐतिहासिक स्मारक और लगभग 250 पुराने घर संरक्षित हैं। इत्चन कला में कई उत्कृष्ट संरचनाएं बनी हैं, जैसे जुमा मस्जिद, मकबरे, मदरसे और अल्लाकुली खान निर्मित दो शानदार महल। यहां का विहंगम दृश्य सैलानियों को रोमांचित कर देता है। इत्चन कला की सबसे उत्कृष्ट विशेषताओं में से एक है, यहाँ की ईंटों से बनी दीवारें और खूबसूरत किले के चारों ओर बने चार द्वार हैं। माना जाता है इसकी नींव दसवीं शताब्दी में रखी गई थी। वर्तमान में 10 मीटर ऊंची दीवारें ज़्यादातर सत्रहवीं शताब्दी के अंत में बनाई गई थीं और बाद में उनकी मरम्मत की गई थी। इस शहर को वर्ष 1990 में यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थलों की सूची में शामिल किया।