चावल डाइट का एक अहम हिस्सा है। हमारे देश में उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से लेकर पश्चिम तक सभी जगह चावल का सेवन किया जाता है। दाल और चावल का सेवन तो लगभग सभी लोग करते हैं। चावल में मौज़द कार्ब्स की पर्याप्त मात्रा शरीर को इंस्टेंट एनर्जी देने में भी फायदेमंद होते हैं। लेकिन, ज़्यादा चावल खाने से आपको कई नुकसान का ख़्ातरा भी रहता है। डायबिटीज समेत कई गंभीर बीमारियों में मरीजों को चावल का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। चावल खाने के बाद कुछ लोगों को नींद और आलस भी आने लगता है।
चावल खाने के बाद नींद आने की समस्या लगभग हर व्यक्ति को होती है। इसके बावजूद ज़्यादातर लोगों की डाइट में चावल ज़रूर रहता है। चावल पकाने में आसान होता है और किसी भी चीज के साथ आसानी से मिक्स होजाता है। चावल से कई तरह की डिशेज भी बनाई जाती हैं। ज़्यादातर लोगों की यह समस्या है कि चावल खाने के बाद उन्हें नींद आने लगती है या शरीर में सुस्ती शुरू होजाती है। विषय विशेषज्ञ कहते हैं कि चावल खाने के बाद शरीर में इसका पाचन शुरू होता है। चावल में मौज़ूद कार्ब्स ग्लूकोज में कन्वर्ट होता है और ग्लूकोज इंसुलिन को खींचता है। जैसे-जैसे आपके शरीर में इंसुलिन बढऩे लगता है वैसे ही शरीर में ऐसे हॉर्मोन बढऩे लगते हैं, जिनकी वजह से नींद बढ़ती है।
शरीर में इंसुलिन का स्तर बढऩे पर मेलाटोनिन और सेरोटोनिन हॉर्मोन बढऩे लगते हैं। ये हॉर्मोन आपके मैन और शरीर को शांत करने का काम करते हैं। यही कारण है कि चावल खाने के बाद आपको नींद और उदासी या सुस्ती ज़्यादा आती है। चावल खाने के बाद सुस्ती या नींद की समस्या शरीर में पानी की कमी, कमज़ोरी और तनाव की वजह से भी हो सकती है। ऐसी स्थिति में आपको पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए और तनाव को कम करने के लिए योग या मेडिटेशन का अभ्यास करना चाहिए।
नींद भगाने के लिए क्या करें?
चावल खाने के बाद नींद भगाने के लिए आपको डाइट में कार्ब्स की मात्रा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अगर आपकी डाइट में कार्ब्स की मात्रा ज़्यादा है, तो चावल का सेवन कम करें। इसके अलावा खाना-खाने के बाद कुछ देर तक वॉक कर सकते हैं। आपके खाने की प्लेट में 25 प्रतिशत से ज़्यादा कार्ब्स होने पर आपको नींद ज़्यादा आएगी। इसलिए आपको डाइट में कार्ब्स की मात्रा संतुलित रखनी चाहिए।