पैलानी, बाँदा। हर माह की भांति मई माह में भी द्वितीय रविवार को सरस्वती विद्या मंदिर, तहसील-पैलानी, जि़ला-बाँदा में महाआरतीक्रम सम्पन्न किया गया। गुरुवर और ‘माँÓ के जयकारे पूजा कश्यप जी और मुस्कान जी ने लगवाए।
कार्यक्रम की समापन बेला पर टीम प्रमुख श्रीमती मिथिलेश पटेल जी ने कहा कि मोह-माया, ईष्र्या-द्वेष और अहंकार से ग्रसित विचलित बुद्धि, जब परमसत्ता आदिशक्ति जगत् जननी जगदम्बा की भक्ति और मानवता की सेवा, धर्मरक्षा, राष्ट्ररक्षा जैसे मानवीय कर्तव्य के निर्वहन में स्थिर होगी, तभी योग की प्राप्ति संभव है। किसान मोर्चा के प्रांतीय सचिव अलख नारायण तिवारी जी ने कहा कि मानवजीवन में एक-एक पल का महत्त्व होता है, अत: अपने समय को व्यर्थ न जाने दें और मानवीय कत्र्तव्यों को जीवन का पथ बना लें।
भगवती मानव कल्याण संगठन के जि़लाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह गौर जी ने कहा कि ग्रन्थज्ञानी तो बहुत मिल जायेंगे, लेकिन उन ग्रन्थों में जो बताया गया है, उस पथ पर चलने वाले विरले ही मिलेंगे। धर्मग्रंथ हमें किस ओर बढ़ाना चाहते हैं, प्रवचनकर्ता ना तो उस पर स्वयं चल रहे हैं और न ही उन्होंने समाज को अच्छाइयों की ओर बढ़ाया, बल्कि उनके द्वारा धर्म को धन कमाने का ज़रिया बना लिया गया है। भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के जि़ला कोषाध्यक्ष जियालाल धुरिया जी ने भी उपस्थित भक्तों के समक्ष अपने विचार रखे।
उद्बोधन क्रम के पश्चात् सभी भक्तों ने शक्तिजल और प्रसाद प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन टीम प्रमुख विमलेश प्रजापति जी के द्वारा सफलतापूर्वक किया गया।