आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटी मौज़ूद हंै, जिनका सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है। अतीस के पौधे में भी आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं। इस पौधे का इस्तेमाल शरीर की कई समस्याओं के निदान हेतु किया जाता है। बदलते मौसम में इम्यूनिटी कमज़ोर होजाती है, जिसके कारण कई तरह की शारीरिक समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। जैसा कि शरद ऋतु के आते ही सर्दी-खांसी, बुखार, डायरिया, अपच, कब्ज आदि समस्याएं आकर परेशान करने लगती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए अतीस की जड़ का प्रयोग कई तरह से कर सकते हैं।
अतीस की जड़ को पीसकर चूर्ण बना लें। इसे शहद के साथ लेने से सर्दी-खांसी की समस्या दूर होती है। इस मिश्रण का सेवन गुनगुने पानी के साथ करेंगे, तो खांसी की समस्या दूर हो जाएगी।
2. बढ़ती है पाचनशक्ति
खाना हजम करने में परेशानी हो रही है और पाचन शक्ति कमज़ोर हो गई है, तो अतीस की जड़ से बने चूर्ण का सेवन कर सकते हैं। अतीस की जड़ से बने चूर्ण का सेवन करने से उल्टी, बुखार जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।
3. दस्त का इलाज है अतीस
मानसून में दूषित पानी पी लेने या दूषित खाना खा लेने के कारण दस्त होने लगते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए अतीस का इस्तेमाल कर सकते हैं। अतीस की जड़ को पानी के साथ उबाल लें। जब जड़ का अर्क पानी के साथ मिल जाए, तो पानी को छानकर पी लें। इससे दस्त की समस्या दूर हो जाएगी।
4. पिंपल्स की समस्या होगी दूर
अगर आपके चेहरे पर भी पिंपल्स नज़र आते हैं, तो आपको अतीस की जड़ का पाउडर बना लें। इसमें गुनगुना पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को पिंपल्स वाले स्थान पर लगाने से पिंपल्स जल्दी ठीक होजाते हैं। ध्यान रखें, अतीस की तासीर गर्म होती है। इसलिए इसका सीमित मात्रा में ही सेवन ही करना चाहिए।