बड़ों से लेकर बच्चों तक और हर उम्र के लोगों को आम खाना बेहद पसंद होता है। कई लोग तो गर्मी के मौसम की प्रतीक्षा ही इस लिए करते हैं ताकि वे आम खा सकें। अभिभावक भी अपने बच्चों को आम खाने से रोक नहीं पाते हैं, लेकिन कई बार आम खाना बच्चों के सेहत के लिए नुकसानदायक हो जाता है। दरअसल कई माता-पिता छोटे बच्चों को आम खिलाने के बाद डायरिया, दस्त और पेट से जुड़ी समस्याएं होने की शिकायत करते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि आम खाने के कारण छोटे बच्चों को डायरिया क्यों होता है?
आम में फाइटिक एसिड मौज़ूद होता है, जो कई व्यक्तियों में, कभी-कभी दस्त और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। इतना ही नहीं फाइटिक एसिड आपके शरीर में अन्य ज़रूरी पोषकतत्त्वों को बांधता है, जिससे शरीर में उन पोषकतत्त्वों की कमी हो सकती है। ऐसे में जब आपका बच्चा या आप अधिक मात्रा में आम खाते हैं, वो भी गलत तरीके से तो यह पाचन से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। फाइटिक एसिड आपके पाचनतंत्र में पानी और अन्य पोषकतत्त्वों के अवशोषण में बाधा डाल सकता है, जिससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती है। ऐसे में फाइटिक एसिड युक्त आम खाने से डायरिया की समस्या बढ़ जाती है।
विशेषज्ञों के अनुसार बच्चों को आम खिलाने से पहले आम को पानी में भिगोकर थोड़ी देर रखें। उसके बाद ही उन्हें आम खाने के लिए दें, क्योंकि आम में प्राकृतिक रूप से मौजूद फाइटिक एसिड शरीर में अतिरिक्त गर्मी पैदा करता है। ऐसे में जब आप आम को भिगोते हैं, तो उनमें फाइटिक एसिड की मात्रा कम होजाती है और उसके बाद इसके सेवन से बच्चों में डायरिया की शिकायत होने से रोका जा सकता है।